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International Family Day 2020 : कोरोना काल में समझें परिवार का महत्व, तनाव मुक्त रहने और हेल्दी फैमिली के लिए अपनाएं ये टिप्स

International Family Day 2020 : कोरोना काल में समझें परिवार का महत्व, तनाव मुक्त रहने और हेल्दी फैमिली के लिए अपनाएं ये टिप्स
International Family Day 2020 : कोरोना काल में समझें परिवार का महत्व, तनाव मुक्त रहने और हेल्दी फैमिली के लिए अपनाएं ये टिप्स।

परिवार के सभी सदस्य खुश होंगे, तो निर्माण होता है एक हंसते-खेलते परिवार का, लेकिन इन दिनों लगभग सभी परिवारों की एक ही मानसिक स्थिति है। कोरोनावायरस के कारण लोग तनाव में जी रहे हैं। परिवार के किसी भी एक व्यक्ति के तनाव या बीमार रहने से परिवार की खुशियां कम होने लगती हैं। ऐसे में यह एक बड़ा प्रश्न उठता है कि किस तरह से गंभीर स्थितियों में भी परिवार के हर एक सदस्य को खुश रखा जाए?

Written by Anshumala |Updated : May 15, 2020 1:08 PM IST

International Family Day 2020: आज है 'अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस 2020' (International Family Day 2020)। आज के दिन (15 मई) को पूरे विश्व में लोगों के बीच परिवार की अहमियत बताने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र अमेरिका ने 15 मई 1994 को अंतरराष्ट्रीय परिवार वर्ष घोषित किया था। 1995 से यह सिलसिला लगातार जारी है। इस दिन के लिए एक खास प्रतीक चिह्न को भी चुना गया है। इसमें हरे रंग के एक गोल घेरे के बीचों बीच एक दिल और घर अंकित है। यह प्रतीक चिह्न इस बात को दर्शाता है कि दुनिया के केंद्र में परिवार है और परिवार के भीतर ही स्‍नेह है।

थीम और उद्देश्य (International Family Day Theme 2020)

इस साल इस दिवस का थीम है 'Families in Development: Copenhagen & Beijing + 25'। वर्ष 2020 में संयुक्त राष्ट्र ने इस थीम को इसलिए चुना है ताकि कोविड-19 महामारी के इस दौर में परिवारों के महत्व को समझा जा सके और किस तरह हर एक परिवार इस संकट की घड़ी में एक-दूसरे के लिए महत्वपूर्ण हैं, इस बात को समझा जा सके। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, “यह दिन परिवारों से संबंधित मुद्दों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने और परिवारों को प्रभावित करने वाली सामाजिक, आर्थिक और जनसांख्यिकीय प्रक्रियाओं के ज्ञान को बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है।

क्यों जरूरी है परिवार का साथ?

आज पूरा देश कोरोना (Coronavirus pandemic) से लड़ रहा है। लॉकडाउन (Lockdown) के कारण कोई अपने परिवार से बिछड़ कर किसी दूसरे शहर में अकेला रह रहा है, तो कोई हॉस्टल में रहने को मजबूर है। ऐसे में हर किसी को अपने परिवार के बीच ना होने का गम सता रहा है। जब परिवार के सभी लोग एक साथ रहते हैं, तो बड़ी से बड़ी समस्याओं से भी लड़ने की ताकत मिलती है। परिवार के साथ रहने से मानसिक तनाव (Mental Stress) कम होता है। मानसिक रूप से हेल्दी रहने के लिए परिवार में खुशी का होना बहुत जरूरी है। ऐसे में परिवार का साथ किस तरह से फायदा पहुंचाता है और किन टिप्स (tips for healthy family relationship) को अपनाकर आप अपने परिवार को खुश रख सकते हैं, जानें इस 'अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस 2020' (International Family Day 2020) पर...

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परिवार में रहने से तनाव होता है दूर

सारा दिन जब आप काम करते हैं, कोरोनावायरस से संबंधित खबरें सुनते हैं, तो एंग्जायटी, तनाव का बढ़ना लाजिमी है। ऐसे में परिवार के साथ दो घड़ी खुशियों के पल बिताने से तनाव, चिंता, डर सबकुछ दूर होता है। एक हंसता-खेलता परिवार तभी बनता है, जब परिवार के सभी सदस्य खुश हों। किसी एक व्यक्ति के तनाव में रहने से परिवार की खुशियां कम होने लगती हैं।

कोरोना जैसी गंभीर बीमारियों में नहीं टूटती हिम्‍मत

परिवार जब साथ हो, तो गंभीर से गंभीर बीमारी से भी आसानी से लड़ा जा सकता है। यदि आपके परिवार का कोई भी सदस्य कोविड-19 या फिर किसी अन्य बीमारी से जूझ रहा है, तो उसे परिवार का पूरा साथ, प्यार, सुरक्षा और प्रॉपर देखभाल मिले तो उसकी हिम्‍मत नहीं टूटती। परिवार के सब सदस्य अपने सहयोग से उसको बीमारी से निजात दिलाने में मदद करते हैं। शोध के अनुसार, सुरक्षा की दृष्टि से लोग परिवार में खुद को ज्‍यादा सुरक्षित महसूस करते हैं।

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मिलजुल कर रहने से बढ़ती हैं खुशियां

इस समय जो लोग अपने परिवार के साथ रह रहे हैं, वो लकी हैं। अकेले रहने वालों में इस समय तनाव (Stress) हाई लेवल पर है। ऐसे में आप एक-दूसरे से खफा और दूर रहने की बजाय साथ में मस्ती करें। खुश रहें। आपस में चुटकुले सुनाएं। गप्पे मारें, हंसे और हंसाएं। कोई गेम खेलें। इससे आप कोरोना के बारे में बार-बार सोचने से बचेंगे और तनाव भी कम होगा। पूरे परिवार की सेहत अच्छी (Tips for Healthy family) बनी रहेगी।

साथ में खाएं खाना 

इससे प्यार बढ़ता है। आजकल हर घर की यह आदत हो गई है कि कोई डाइनिंग रूम में खाता है, तो कोई बेड रूम या ड्रॉइंग रूम में टीवी देखते हुए खाना खाता है। साथ में एक साथ बैठकर खाने से एक-दूसरे से बातें करने का मौका मिलता है। एक-दूसरे का हाल जानने-समझने का मौका मिलता है।

बच्चों को दूसरे काम भी सिखाएं

इन दिनों बच्चों की स्कूल की पढ़ाई घर से ही हो रही है। तो उनके पास वक्त भी बहुत है। ऐसे में उन्हें फिजिकली एक्टिव रहने के साथ-साथ घर के कुछ काम भी सिखाएं। इससे बच्चे सारा दिन लैपटॉप, मोबाइल पर चिपके नहीं रहेंगे। इससे वह जिंदगी में जीने की कला सीखेगा, जो आगे जाकर उसे नौकरी या काम मिलने में मददगार होगी।

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खीज और गुस्से को दूसरे पर ना उतारें

धीमी आवाज में बात करें। बड़े-छोटे की मर्यादा का पालन करें। लड़ें नहीं, खासकर बच्चों के सामने। प्यार से रहें, नम्र रहें। समय व स्थिति के अनुसार, अगर झुकना पड़े तो झुक जाएं। समझौता कर लें। परिवार के हित में सब जायज है।

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