Coriander seeds in hindi: धनिया वनस्पति से प्राप्त होने वाली एक खास जड़ी-बूटी है, जिसके पत्तों और बीज का इस्तेमाल अनेक स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने के लिए किया जाता है (Use of Coriander in Hindi)। इससे प्राप्त होने वाली अनोखी खुशबू कई व्यंजनों को विशेष खुशबू और फ्लेवर (Coriander Flavour) देने के काम आती है। धनिया में अनेक स्वास्थ्यकर गुण होते हैं और इसी कारण से इसे कई स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद समेत कई प्राचीन चिकित्सा प्रणालियों में भी धनिया के बीज, ताजे पत्ते व तने का उपयोग विभिन्न प्रकार की दवाएं बनाने में इस्तेमाल किए जाते हैं। भोजन में धनिया का इस्तेमाल प्राचीन समय से चलता आ रहा है, लोग इसे सलाद, सूप, तरी व कढ़ी आदि में इस्तेमाल करते हैं। इतना ही नहीं आजकल धनिया को तंबाकू, साबुन व अन्य कॉस्मेटिक उत्पादों में खुशबू व फ्लेवर लाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। इस लेख में धनिया से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई है और साथ ही इसके इस्तेमाल से होने वाले फायदों व इस्तेमाल कैसे करें आदि के बारे में भी बताया गया है।
धनिया को उसकी ठंडी तासीर के लिए जाना जाता है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने के साथ-साथ विशेष ठंडक भी प्रदान करता है। इसीलिए इसका इस्तेमाल गर्मियों में नींबू पानी के साथ व अन्य कई व्यंजनों में मिलाकर किया जाता है।
Coriander for Digestion in hindi: पाचन बढ़ाने के लिए धनिया का इस्तेमाल भारत में प्रचलित है। धनिया के बीज और तेल को पाचन प्रणाली को मजबूत करने के लिए जाना जाता है। कुछ अध्ययनों के अनुसार इरान की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली में धनिया के रस का इस्तेमाल भूख बढ़ाने वाली दवा में किया जाता था। चूहे पर की गई एक स्टडी भी दर्शाती है कि धनिया का सेवन भूख को बढ़ाता है।
Coriander for brain in hindi: नियमित रूप से धनिया का सेवन करने से मस्तिष्क में सूजन होने के खतरे को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। इसके अलावा जिन लोगों को पार्किंसन्स रोग, अल्जाइमर डिजीज, सिजर या मल्टीपल स्क्लेरोसिस है उनके लिए भी धनिया का सेवन काफी फायदेमंद हो सकता है। कुछ अध्ययनों के अनुसार इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट मस्तिष्क को रोगों से बचाने में मदद करते हैं।
Coriander for infections in hindi: धनिया में सूक्ष्मरोधी गुण (Antimicrobial agent) पाए जाते हैं, जो पेट के संक्रमणों से लड़ते हैं और भोजन से होने वाली कई बीमारियों को भी रोकते हैं। धनिया में डोडेसेनल (Dodecenal) नामक एक विशेष यौगिक पाया जाता है, जो साल्मोनेला जैसे हानिकारक बैक्टीरिया से भी लड़ सकता है।
Coriander for skin in hindi: धनिया में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाते हैं। धनिया का नियमित सेवन त्वचा पर होने वाले चकत्ते और डर्मेटाइटिस जैसे रोगों को दूर रखता है। धनिया के पत्तों का सर त्वचा पर लगाने से कील, मुंहासे, रुखापन और पपड़ी आना जैसी समस्याएं भी कम हो जाती हैं।
Coriander for blood sugar in hindi: डायबिटीज से ग्रस्त लोगों के लिए धनिया का सेवन काफी लाभदायक हो सकता है। कुछ अध्ययनों के अनुसार धनिया शरीर में एंजाइम गतिविधियों को बढ़ा देता है, जिससे शरीर प्रभावी रूप से शर्करा को रक्त से निकालने लगता है और परिणामस्वरूप शुगर कम होने लगता है।
Coriander for immune system in hindi:जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर है उन्हें भी धनिया का सेवन करने पर विचार करना चाहिए। धनिया के बीज, तने और पत्तों में टर्पिनेन (Terpinene), क्वार्सेटिन (Quercetin) और टोकोफेरोल्स (Tocopherols) आदि एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं। इन एंटीऑक्सीडेंट्स में सूजन व लालिमा रोकने वाले गुण भी होते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली की मदद करते हैं।
Coriander for heart in hindi: धनिया का रस आपके शरीर में एक डाईयूरेटिक्स के रूप में काम कर सकता है, जिससे शरीर से अतिरिक्त सोडियम और पानी निकलता रहता है। इसके साथ ही धनिया का नियमित सेवन हाई ब्लड प्रेशर और एलडीएल (बैड कोलेस्टेरॉल) के स्तर को कम रखता है, जिससे हृदय को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।
यदि सभी नियमों का पालन करते हुए और उचित मात्रा में लिया जाए तो धनिया लगभग सभी के लिए सुरक्षित होता है। हालांकि, अत्यधिक मात्रा में लेने पर इससे उल्टी, मतली और पेट व सीने में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। वहीं कुछ लोगों को धनिया से एलर्जी हो सकती है और उसका सेवन करने पर अस्थमा व श्वसन मार्गों में सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
धनिया को निम्न व्यंजनों के रूप में सेवन किया जा सकता है -
हालांकि, आपके स्वास्थ्य के लिए कितनी मात्रा में धनिया उचित रहता है, इस बारे में डॉक्टर से बात कर लेनी चाहिए।
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