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World Hepatitis Day 2021: लिवर में सूजन का कारण बनने वाला वायरल हेपेटाइटिस क्या है, एक्सपर्ट से जानिए इसके प्रकार व लक्षण

World Hepatitis Day 2021: लिवर में सूजन का कारण बनने वाला वायरल हेपेटाइटिस क्या है, एक्सपर्ट से जानिए इसके प्रकार व लक्षण

हेपेटाइटिस की बीमारी खतरनाक बीमारी है। कई बार Viral Hepatitis की वजह से लिवर का कैंसर भी हो जाता है। इस बीमारी से बचाव ही इसका इलाज है। आज ‘वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे 2021’ के मौके पर सर गंगा राम हॉस्पिटल (नई दिल्ली) के गैस्ट्रोएन्टरोलॉजिस्ट डॉ. पीयूष रंजन हमें लिवर से जुड़ी इस गंभीर बीमारी के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं।

Written by akhilesh dwivedi |Updated : July 28, 2021 10:07 AM IST

Viral Hepatitis: आज ‘वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे 2021’ (World Hepatitis Day 2021) है। हेपेटाइटिस (Hepatitis) एक वायरस है, जो खून के माध्यम से लिवर में प्रवेश करता है और फिर लिवर फेलियर समेत कई गंभीर बीमारियों को जन्म देता है। वर्तमान में दुनिया भर में करोड़ों लोग हेपेटाइटिस की चपेट में हैं। यदि इसका इलाज समय पर ना किया जाए, तो यह मौत का कारण भी बन सकता है। आज वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे 2021’ पर जानते हैं, क्या है वायरल हेपेटाइटिस (Viral Hepatitis), इसके प्रकार, कारण और लक्षण...

वायरल हेपेटाइटिस क्या है - What Is Viral Hepatitis  

वायरल हेपेटाइटिस (Viral Hepatitis in Hindi) एक ऐसी बीमारी है, जो वायरस के कारण लिवर को प्रभावित करती है। वायरल हेपेटाइटिस के मुख्य रूप से दो प्रकार हैं। एक तो संक्रामक हेपेटाइटिस और दूसरा रक्त जनित हेपेटाइटिस। संक्रामक हेपेटाइटिस भोजन और पानी से फैलता है। रक्त जनित हेपेटाइटिस शरीर के तरल पदार्थों के संपर्क में आने पर फैलता है। संक्रामक हेपेटाइटिस में ए और ई आते हैं। रक्त जनित हेपेटाइटिस में बी और सी आता है। खतरे के हिसाब से देखा जाए तो हेपेटाइटिस सी सबसे ज्यादा खतरनाक होता है। हेपेटाइटिस बी भी सी के बराबर ही खतरनाक होता है। वायरल हेपेटाइटिस (Viral Hepatitis) से बचने के लिए इनके बारे में जानकारी रखना बेहद जरूरी है। हेपेटाइटिस (Hepatitis) विश्व भर के विकासशील देशों की सबसे बड़ी बीमारी है।

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हेपेटाइटिस ए (Hepatitis A)

वायरल हेपेटाइटिस के तौर पर देखा जाए, तो हेपेटाइटिस ए का संक्रमण सबसे ज्यादा होता है, क्योंकि यह दूषित भोजन और पानी की वजह से होता है। खाने-पीने से यह शरीर के अंदर जाता है और लिवर को प्रभावित करता है। वैसे तो इसके संक्रमण के भी इलाज उपलब्ध हैं, लेकिन ज्यादातर परेशानी अपने से ही ठीक हो जाती है। हेपेटाइटिस ए की वजह से शरीर में दर्द, जोड़ों में दर्द और पीलिया की पेरशानी होती है।

हेपेटाइटिस ए की बीमारी में नींद की कमी और चक्कर आने की पेरशानी भी देखी जा सकती है। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है साफ पानी और स्वच्छ भोजन का सेवन किया जाए।

हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B)

वायरल हेपेटाइटिस में सबसे ज्यादा लोगों को प्रभावित करने में हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B) का नाम आता है। हेपेटाइटिस बी धीरे-धीरे लिवर को संक्रमित करता है। भारत के कुछ राज्यों में यह बीमारी बहुत ज्यादा होती है। ज्यादातर मामलों में यह लिवर में किसी चोट के कारण होती है। हेपेटाइटिस बी एक खतरनाक बिमारी है इसकी वजह से लिवर कैंसर भी हो सकता है।

उपचार या इलाज के बारे में देखा जाए तो इसका इलाज आसानी से उपलब्ध है. हेपेटाइटिस बी की वजह से लिवर सिरोसिस का खतरा होता है। अगर समय रहते इसकी पहचान हो जाए तो इलाज संभव हैं। लिवर सिरोसिस होने पर लिवर प्रत्यारोपण ही एक मात्र इलाज बचता है।

हेपेटाइटिस सी (Hepatitis C)

हेपटाइटिस सी भी हेपेटाइटिस बी की तरह ही खतरनाक होता है। लिवर सिरोसिस या लिवर कैंसर का खतरा इसमें भी होता है। हेपेटाइटिस सी का इलाज संभव हैं। हेपेटाइटिस सी ज्यादातर रक्त संक्रमण की वजह से फैलता है। समय पर इसकी पहचान और इलाज बेहद जरूरी होता है।

हेपेटाइटिस सी का इलाज अगर समय पर नहीं होता तो यह लिवर को खराब कर देता है। हेपेटाइटिस बी का टीका भी उपलब्ध है।

हेपेटाइटिस ई (Hepatitis E)

यह बीमारी भी दूषित खाना और पानी की वजह से होती है। वैसे तो यह हेपेटाइटिस ए जैसी ही है लेकिन यह ज्यादा खतरनाक हो सकती है. प्रेगनेंसी के समय अगर महिलाओं को हेपेटाइटिस ई हो जाए तो खतरनाक हो सकता है। अभी हेपेटाइटिस ई का टीक मौजूद नहीं है, लेकिन इसके संक्रमण से बचने के लिए खान-पान में जरूरी साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए।

हेपेटाइटिस के कोई भी लक्षण अगर आपको दिखाई दें तो आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए, क्योंकि कोई भी हेपेटाइटिस हो सभी आपके लिवर पर हमला करते हैं। लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। अगर यह खराब हो गया तो शरीर ठीक से काम नहीं करेगा। हेपेटाइटिस की बीमारी से बचाव ही इसका सबसे बड़ा इलाज है।