ताजा आंकड़ों के अनुसार भारत में हर साल लगभग दो मिलियन दिल के दौरे (Heart Attack) पड़ते हैं जिनके लक्षण पुरुषों और महिलाओं दोनों में अलग-अलग होते हैं। दिल के दौरे के संकेतों और लक्षणों (Heart attack sign and symptoms) के बारे में जागरूकता की कमी के चलते कई लोग समय पर उपचार लेने से चूक जाते हैं। ऐसे में लोगों के अंदर यह जागरूकता लाना अत्यंत आवश्यक है कि सही समय पर उपचार से कई जटिलताएं टल सकती हैं और व्यक्ति की जान भी बचाई जा सकती है। पारिवारिक इतिहास ख़राब जीवनशैली धूम्रपान संसाधित खाद्य पदार्थों का सेवन तनाव