योगाभ्यास एक ऐसा साधन है जो शरीर और मन दोनों को संतुलित करता है। इसके अभ्यास से बीमारियों से सिर्फ राहत ही नहीं मिलती है बल्कि शरीर सुचारू रूप से काम करने के लिए प्रेरित भी होता है। असल में प्रजनन तंत्र यानि रिप्रोडक्टिव सिस्टेम में असंतुलन पैदा होने के कारण मां बनने में असुविधा होती है। लेकिन यौगिक पॉश्चर और यौगिक मुद्रा मन को शांत करने के साथ-साथ शरीर को साफ करके प्रजनन तंत्र के कार्य-कलाप को संतुलित करती है। इन मु्द्राओं में योनी मुद्रा एक है। इस मुद्रा को आप किसी भी जगह किसी भी अवस्था यानि खड़े