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इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने नौजवान हैं या आपकी उम्र ज्यादा हो चुकी है, मगर स्वस्थ वजन बनाए रखना हर किसी के लिए महत्वपूर्ण है। क्योंकि इससे आप कई तरह के रोगों से खुद को बचा सकते हैं। हालांकि, जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, वजन कम करना बेहद मुश्किल और चुनौतीपूर्ण हो जाता है। तनाव के स्तर में वृद्धि और हार्मोन में बदलाव के कारण आपके वजन कम करने का प्रयास असफल हो जाता है। उम्र बढ़ने के साथ वजन कम कर पाना क्यों मुश्किल हो जाता है, जानिए विस्तार से...
हार्मोनल परिवर्तन पुरुषों और महिलाओं दोनों में उम्र बढ़ने का एक हिस्सा हैं। जबकि रजोनिवृत्ति या एस्ट्रोजन के स्तर में गिरावट के कारण महिलाओं को हार्मोन के स्तर में बदलाव का अनुभव होता है, वहीं पुरुषों में उनके टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी होती है। ये उतार-चढ़ाव पुरुषों और महिलाओं को सही आहार और स्वस्थ जीवन शैली से दूर कर सकता है, जिसके कारण वजन बढ़ता है, जिसके कारण वजन कम कर पाना मुश्किल हो जाता है।
एक अध्ययन के अनुसार, 30 की उम्र के बाद मांसपेशियों का द्रव्यमान 3 से 8% तक हर 10 साल में कम होना शुरू हो जाता है। यह गठिया जैसे अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इससे मांसपेशियां कमजोर होने लगती है। जिसके कारण वजन कम कर पाना मुश्किल हो जाता है।
मांसपेशियों के कमजोर होने के कारण मेटाबॉलिज्म रेट में गिरावट देखने को मिलती है। अधिक वसा और कम मांसपेशियों के कारण कैलोरी का बर्न होना कम हो जाता है। इसके अतिरिक्त, उम्र बढ़ने के साथ जीवन शैली निष्क्रिय होने लगती है, जिसके कारण वजन बढ़ने लगता है। इससे मेटाबॉलिज्म रेट धीमा कर देता है।
तनाव न केवल पुरानी पीढ़ी में बल्कि युवा लोगों में भी वजन कम न कर पाने का एक प्रमुख कारण बन जाता है। अत्यधिक तनाव और अपर्याप्त नींद आपके शरीर को भूख बढ़ाने और वजन बढ़ने का कारण बनता है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने दिमाग को आराम दें और उन चीजों में व्यस्त रहें जो आपको सुकून देती हैं।
जैसे-जैसे लोग बड़े होते जाते हैं, उनकी जीवन शैली खराब होने लगती है। दिनभर काम करने के कारण एक्टिविटी का टाइम नहीं मिल पाता है। इसलिए, व्यायाम के लिए समय निकालना बेहद कठिन हो जाता है, जिसके कारण आपकी उम्र बढ़ने के साथ वजन बढ़ने लगता है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप शारीरिक गतिविधियों जैसे पैदल चलना, साइकिल चलाना और योगाभ्यास फायदेमंद हो सकता है।