Right time to exercise : मौजूदा वक्त में ज्यादातर लोग जानते हैं कि रक्त में ग्लूकोज की मात्रा या फिर शुगर की मात्रा बढ़ने से आप डायबिटीज का शिकार हो सकते हैं। डायबिटीज दो प्रकार की होती है एक टाइप-1 और दूसरी टाइप-2 डायबिटीज। दोनों ही प्रकार की डायबिटीज धीरे-धीरे व्यक्ति को दूसरी गंभीर बीमारियों का शिकार बनाने का काम करती हैं। हालांकि कई तरीके ऐसे हैं, जो आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं। अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव आपको अपना ब्लड शुगर कंट्रोल रखने में मदद कर सकते हैं।
बात करें जीवनशैली में बदलावों की तो आप हेल्दी डाइट, एक्सरसाइज की मदद से अपना ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रखने में मदद पा सकते हैं। हेल्दी डाइट तो आप दिन में किसी भी वक्त ले सकते हैं लेकिन एक्सरसाइज किस समय पर करें, जिससे आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहे ये जानना थोड़ा मुश्किल होता है। लेकिन अब ऐसा नहीं है।
एक स्टडी में ये सामने आया है कि वे लोग, जो शाम के वक्त एक्सरसाइज या फिर वर्कआउट करते हैं उन्हें सुबह के वक्त वर्कआउट करने वाले लोगों की तुलना में डायबिटीज का खतरा कम होता है। स्टडी में सामने आया है कि वे लोग, जो शाम के वक्त नियमित रूप से एक्सरसाइज करते हैं उन्हें उम्र में आगे चलकर अपना ब्लड ग्लूकोज लेवल कंट्रोल रखने में काफी मदद मिलती है।
डायबिटोलोजिया जर्नल में प्रकाशित इस शोध में नीदरलैंड के 775 पुरुषों और महिलाओं को शामिल किया गया था। स्टडी में शामिल सभी लोगों की उम्र 45 से 65 साल के बीच में थी। इन लोगों को तीन समूहों में बांटा गया था और इन्हें तीन अलग-अलग समय पर एक्सरसाइज करने के लिए कहा गया।
1-पहले समूह को सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक
2-दूसरे समूह को 12 बजे से शाम 6 बजे तक
3-तीसरे समूग को शाम 6 से रात 12 बजे तक
इन सभी लोगों को सामान्य एक्सरसाइज के साथ-साथ इंटेंस वर्कआउट करने को कहा गया था ।
जब हमारा शरीर इंसुलिन हार्मोन के प्रति सही तरीके से प्रतिक्रिया नहीं कर पाता है तो ये स्थिति पैदा होती है। शोधकर्ताओं ने पाया कि वे लोग, जो दिन के अंत में एक्सरसाइज करते हैं उनमें दोपहर के वक्त और शाम को एक्सरसाइजकरने वाले लोगों की तुलना में 18 फीसदी और 25 फीसदी तक इंसुलिन रेजिस्टेंस कम पाया गया है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि हमारे शोध के परिणाम के दर्शाते हैं कि दिन के किस समय पर एक्सरसाइज करना आपके इंसुलिन लेवल को दुरुस्त रखने का काम करता है।
टाइप-2 डायबिटीज के कुछ अन्य जोखिम कारकों में शामिल हैंः
1-40 से ऊपर के लोगों में ज्यादा खतरा
2-डायबिटीज रोगी के साथ करीबी संबंध रखने वाले लोग
3-मोटापा या फिर जरूरत से ज्यादा वजन
4-एशियाई या फिर अफ्रीकी मूल के लोगों को ज्यादा खतरा
Follow us on