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बाईपास सर्जरी करा चुके लोगों के लिए मॉर्निग वॉक है फायदेमंद, रात में आती है अच्छी नींद

बाईपास सर्जरी करा चुके लोगों के लिए मॉर्निग वॉक है फायदेमंद,  रात में आती है अच्छी नींद
बाईपास के बाद मॉर्निंग वॉक है फायदेमंद, रिसर्च में दावा।

मिस्र की काहिरा यूनिवर्सिटी में हुए एक रिसर्च के लेखक हादी आतेफ ने कहा है कि, "दिल की बाईपास सर्जरी कराने के बाद कई मरीजों को ठीक तरीके से नींद नहीं आती। अगर यह समस्या 6 महीने से अधिक समय तक बनी रहे तो दिल की स्थिति बिगड़ जाती है। जिससे, मरीजों को दोबारा सर्जरी करानी पड़ सकती है।

Written by Sadhna Tiwari |Updated : July 6, 2020 2:14 AM IST

Morning Walk Benefits : दिल की बाईपास सर्जरी करा चुके लोग अगर रात को अच्छी नींद सोना चाहते हैं तो उन्हें  रोज़ सुबह आधा घंटा टहलना चाहिए। यह बात एक रिसर्च में कही गई है। मिस्र की काहिरा यूनिवर्सिटी में हुए एक रिसर्च के लेखक हादी आतेफ ने कहा है कि, "दिल की बाईपास सर्जरी कराने के बाद कई मरीजों को ठीक तरीके से नींद नहीं आती। अगर यह समस्या 6 महीने से अधिक समय तक बनी रहे तो दिल की स्थिति बिगड़ जाती है। जिससे, मरीजों को दोबारा सर्जरी करानी पड़ सकती है। इसीलिए, बाईपास सर्जरी कराने के बाद नींद से जुड़ी समस्याओं से राहत पाने के लिए मददगार उपाय खोजना अत्यंत जरूरी है।" (Morning Walk Benefits )

क्यों बाईपास के बाद मॉर्निंग वॉक है ज़रूरी ?:

इस रिसर्च मेंनींद और कार्यक्षमता दोनों पर एक्सरसाइज़ के असर की जांच की गई है। इसमें 45 से 65 साल के ऐसे 80 मरीजों को शामिल किया गया, जिनमें दिल की बाईपास सर्जरी के छह सप्ताह बाद उन्हें नींद से जुड़ी समस्याएं महसूस हो रहीं थीं और उनकी कार्यक्षमता भी घट गई थी। मरीजों को दो समूहों में बांटा गया। जिसमें उन्हें अलग-अलग प्रकार की कसरत करने के लिए कहा गया। ये 2 ग्रुप्स थे- एयरोबिक एक्सरसाइज और रजिस्टैंस एक्सरसाइज करने वाले मरीज़। दोनों समूहों ने 10 सप्ताह की अवधि के दौरान सुबह 30 एक्सरसाइज सेशन किए। एयरोबिक एक्सरसाइज सत्र के दौरान भागीदारों ने एक ट्रेडमिल पर 30-45 मिनट तक वॉक की। एयरोबिक और रजिस्टैंस एक्सरसाइज सत्रों के दौरान भागीदारों ने एक ट्रेडमिल पर 30-45 मिनट तक वॉक की और सर्किट वेट ट्रेनिंग (हल्के रजिस्टैंस एक्सरसाइज का एक रूप) का भी अभ्यास किया। 10 सप्ताह बाद दोनों एक्सरसाइज समूहों के बीच नींद और कार्यक्षमता में बदलावों की तुलना की गई।

रिसर्च के नतीज़े

  • दोनों एक्सरसाइज कार्यक्रमों के रिज़ल्ट्स की जब जांच की गयी। तो, पाया गया कि, केवल एयरोबिक करने वाले ग्रुप ही नहीं बल्कि,  एयरोबिक  रजिस्टैंस एक्सरसाइज़ करने वाले लोगों में इन 10 सप्ताहों की अवधि के दौरान नींद और कार्यक्षमता में काफी सुधार हुआ।
  • रिसर्च के अनुसार, केवल एयरोबिक एक्सरसाइज का अभ्यास, मिक्स क्सरसाइज की तुलना में नींद और कार्यक्षमता के लिहाज से ज़्यादा  फायदेमंद पाया गया।
  • एक्सपर्ट्स का कहना है कि, इस रिसर्च के आधार पर हम सलाह देंगे कि, हार्ट बाईपास कराने वाले जिन लोगों को  नींद से जुड़ी परेशानियां और सामान्य गतिविधियों में समस्या महसूस होती है। उन्हें, केवल एयरोबिक एक्सरसाइज का अभ्यास करना चाहिए।