Cold milk and rose water: Mix ¼ cup of cold milk with 1 teaspoon of rose water. Moisten cotton balls with the mixture and placed them on the closed eyelids. Let them sit for 10 or 15 minutes.
Milk and risk of Diabetes: डायबिटीज़ यानि हाई ब्लड शुगर की स्थिति में दूध पीने को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां फैल रही हैं। ऐसा कहा जा रहा कि डायबिटीज़ में दूध का सेवन नहीं करने से फायदा होता है। तो, वहीं डायबिटीज़ के रिस्क को कम करने के लिए भी दूध को असरदार माना जाता है। हालांकि, डायबिटीज़ में दूध के सेवन को लेकर कोई विशेष स्पष्टिकरण नहीं आया है। इसीलिए, इस विषय में लगातार रिसर्च किया जाता है। इन रिसर्च में कहा गया है कि, दूध पीने से टाइप 2 डायबिटीज़ का ख़तरा कम होता है। (Milk and risk of Diabetes in hindi)
जैसा कि दूध में कैल्शियम, मैग्नेशियम और पेप्टाइड्स जैसे तत्व होते हैं। इनसे शरीर में ग्लूकोज़ टॉलरेंस (Glucose Tolerance) और इंसुलिन सेंसिटिविटी(Insulin Sensitivity) का प्रभावित करते हैं। जिससे, ब्लड ग्लूकोज़ लेवल बढ़ने से रोका जा सकता है।(Milk and risk of Diabetes)
इसके अलावा, दूध में मौजूद व्हे प्रोटीन(Whey Proteins) पेट भरने की संतुष्टि देता है। इससे, अतिरिक्त भूख नहीं लगती। जैसा कि , अधिक भूख लगने से लोग ओवरइटिंग करते हैं। इससे, एक्स्ट्र-कैलोरी, अतिरिक्त फैट, एक्स्ट्रा-शक्कर और नमक का सेवन हो जाता है। जिससे, मोटापे और वेट गेन जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसीलिए, दूध पीने से इन समस्याओं से बचना आसान हो जाता है।
इसी तरह, लिपिड प्रॉब्लम, ऑर्गन इंफ्लेमेशन (Organ Inflammation) और हाई ब्लड शुगर (high blood sugar) जैसी हेल्थ प्रॉब्लम्स का खतरा कम होता है। जिससे, डायबिटीज़ के मरीज़ों को डायबिटीज़ मैनेजमेंट में सहायता होती है।
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