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Stretching Exercise: मलाइका अरोड़ा करती हैं स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़, बेटर बॉडी पॉश्चर और फ्लेक्सिबिटी हैं स्ट्रेचिंग के फायदे

Stretching Exercise: मलाइका अरोड़ा करती हैं स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़, बेटर बॉडी पॉश्चर और फ्लेक्सिबिटी हैं स्ट्रेचिंग के फायदे
मलाइका अरोरा की उम्र 45 वर्ष है और इस उम्र में भी उनकी फिटनेस और स्लिम फिगर लोगों को फिट बनने के लिए प्रेरित करती है।

मलाइका अरोरा की उम्र 45 वर्ष है और इस उम्र में भी उनकी फिटनेस और स्लिम फिगर लोगों को फिट बनने के लिए प्रेरित करती है।

Written by Sadhna Tiwari |Updated : October 15, 2019 10:23 AM IST

मॉडेल-वीजे और बॉलीवुड एक्ट्रेस मलाइका अरो़ड़ा ने हाल ही में स्ट्रेचिंग (Stretching Exercise) करते हुए अपनी एक तस्वीर ऑनलाइन शेयर की है, जिसे लेकर खूब चर्चा हो रही है। इस तस्वीर में मलाइका स्ट्रेचिंग (Stretching Exercise) का सही तरीका बता रही हैं और उसकी अहमियत भी।  गौरतलब है कि मलाइका अरोरा कई दशकों से फिटनेस आइकॉन रही हैं। वो अक्सर अपनी एक्सरसाइज़ से जुड़ी तस्वीरें और वीडियोज़ सोशल मीडिया पर शेयर कर लोगों को प्रोत्साहित भी करती हैं कि वे फिट बनें और हेल्दी रहें।

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फिट रहने के लिए मलाइका करती हैं स्ट्रेचिंग (Stretching Exercise):

मलाइका अरोरा की उम्र 45 वर्ष है और इस उम्र में भी उनकी फिटनेस और स्लिम फिगर कैसे मेंटेन हो पाती है, उसी का सबूत है उनकी ये वर्कआउट की तस्वीर। मलाइका जिम में काफी पसीना बहाती हैं। स्ट्रेचिंग ऐसी ही एक एक्सरसाइज है जो मलाइका के वर्कआउट रूटीन में शामिल है। ( Malaika Arora Stretching Exercise)

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स्ट्रेचिंग एक साधारण सी लगने वाली एक्सरसाइज़ है क्योंकि इसकी प्रैक्टिस आसानी से और हर उम्र के लोगों के लिए करना आसान है। स्ट्रेचिंग शरीर की मांसपेशियों को स्ट्रेच करने की एक्सरसाइज़ है, जिसमें मांसपेशियों की अकड़न और हल्के दर्द को दूर करने में मदद मिलती है।

ये हैं स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ के फायदे (Stretching Exercise benefits):

फ्लेक्सिबिलिटी और ब्लड सर्कुलेशन होते हैं बेहतर:

स्ट्रेचिंग से शरीर और मसल्स की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है।  साथ ही इस एक्सरसाइज़ से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। यह मांसपेशियों से स्ट्रेस को कम करती है।  हिप्स और पैरों की मांसपेशियों के लिए स्ट्रेचिंग एक अच्छी एक्सरसाइज़ है। स्ट्रेचिंग से हिप्स और पैरों के मसल्स की फ्लेक्सिबिलिटी बनी रहती है, और इन हिस्सों में होने वाली तकलीफें जैसे दर्द और अकड़न कम होती है।

बॉडी पॉश्चर रहता है सही:

बॉडी पॉश्चर को सही रखने या सुधारने के लिए भी स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ की सलाह  जाती है। क्योंकि यह रीढ़ की हड्डी पर अच्छा प्रभाव डालती है और आपके शरीर को सीधा और सही स्थिति में रहने में मदद करती है।

स्लीप क्वालिटी होती है बेहतर:

मसल्स के स्ट्रेस के अलावा मेंटल स्ट्रेस कम करने के लिहाज से भी स्ट्रेचिंग एक बेहतरीन और सरल एक्सरसाइज़ है। शांति और आराम महसूस कराने वाले हार्मोन्स एंडोर्फिन्स का निर्माण स्ट्रेचिंग मदद करता है। इससे तनाव तो कम होता ही है, आप खुश रहते हैं और आपकी स्लीप क्वालिटी भी बेहतर होती है।