Best time to exercise in Diabetes: हेल्दी और फिट रहने के लिए बहुत से लोग रोज सुबह जल्दी उठकर रनिंग और जिम में कसरत करना पसंद करते हैं। वहीं, जिन लोगों को बहुत ज्यादा मेहनत नहीं करनी वे मॉर्निंग वॉक कर लेते हैं ताकि उनकी थोड़ी-सी एक्सरसाइज हो जाए और वजन को बढ़ने से रोका भी जा सके। वहीं, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों को कंट्रोल करने के लिए भी कसरत करना और वॉक करने जैसी फिजिकल एक्टिविटीज बहुत मददगार साबित होती हैं। लेकिन, कुछ दिनों पहले ही एक नयी स्टडी के परिणामों के आधार पर यह बात कही गयी है कि, डायबिटीज के मरीजों को सुबह कसरत करने से उतना फायदा नहीं होता जितना दिन में या दोपहर में एक्सरसाइज करने से हो सकता है। (Best time to exercise in Diabetes in Hindi)
नीदरलैंड्स के शोधकर्ताओं द्वारा की गयी इस स्टडी में पाया गया कि सुबह की बजाय दोपहर या शाम में हल्की-फुल्की या गम्भीर तरह की एक्सरसाइज करने से इंसुलिन रेजिस्टेंस ( insulin resistance ) कम हो सकता है। गौरतलब है कि इंसुलिन का प्रतिरोध करने वाली सेल्स की वजह से टाइप 2 डायबिटीज (type II diabetes) का खतरा बढ़ सकता है।
रिसर्च के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग कसरत नहीं करते या सुस्त रहते हैं उनके लिवर में फैट जमा होने और इंसुलिन रेजिस्टेंस की प्रक्रिया पर दिन में किसी भी समय एक्सरसाइज करने से समान असर होता है। इसका अर्थ है कि सुबह एक्सरसाइज करें या दोपहर में इंसुलिन रेजिस्टेंस की गति वैसी ही होती है। स्टडी के अनुसार,
एक्सपर्ट्स के अनुसार जो लोग दिनभर बैठकर काम करते हैं उनके लिए सुबह थोड़ी देर तक की भी एक्सरसाइज करना पर्याप्त हो सकता है। लेकिन, फिर भी रोजाना केवल 20-25 मिनट की एक्सरसाइज ही डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी नहीं होगी। जर्नल डायबेटोलॉजिस्ट में छपी एक्ससाइज के अनुसार, दिन में किस समय कोई व्यक्ति एक्सरासइज करता है उसका असर उनके लिवर फैट कंटेट पर पड़ता है।
स्टडी के निष्कर्षों के अनुसार, दोपहर या शाम को मॉडरेट या थोड़ी कठिन एक्सरसाइज करने से या दिन भर में थोड़ी-थोड़ी एक्सरसाइज करने से इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम रखने और डायबिटीज मैनेजमेंट में मदद होती है। इसीलिए, एक्सपर्ट्स की राय है कि लोगों को सुबह एक्सरसाइज करने की बजया दोपहर या शाम को वर्कआउट करना चाहिए। (Best time to exercsie in Diabetes in Hindi.)
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