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अगर मौत को देना है चकमा तो रोज करें व्यायाम

अगर मौत को देना है चकमा तो रोज करें व्यायाम

क्या आप अपने माता-पिता को प्यार करते हैं?

Written by Agencies |Updated : January 5, 2017 12:10 PM IST

उम्र के हर दहलीज़ में कसरत है ज़रूरी। सारा दिन आप कितना भी काम करें कम से कम आधा घंटा व्यायाम करने से दिल-दिमाग ताजा और स्वस्थ रहता है। विशेषकर उम्र बढ़ने पर व्यायाम करना और भी ज़रूरी हो जाता है। एक नए अध्ययन से यह बात सामने आई है कि बुजुर्ग व्यक्ति अगर सप्ताह में छह दिनों तक रोजाना आधा घंटा व्यायाम करें, तो किसी भी कारण से उनकी मौत का जोखिम 40 फीसदी तक कम हो जाता है। निष्कर्ष के मुताबिक, बुजुर्गो को व्यायाम के प्रति उत्साहित करना उनके स्वास्थ्य के लिए उतना ही अच्छा है, जितना धूम्रपान को छोड़ने से। पढ़े-  अब साँस लेने और छोड़ने के व्यायाम के द्वारा आसानी से वज़न घटायें

15 हजार लोगों पर किए गए विश्लेषण में रोजाना आधा घंटा से कम समय तक हल्का व्यायाम करने वाले लोगों में किसी भी कारण से मौत के जोखिम में कोई कमी नहीं देखी गई। लेकिन यह अवधि रोजाना एक घंटा से अधिक होने पर जोखिम में 32 से 56 फीसदी की कमी दर्ज की गई। वहीं दूसरी तरफ रोजाना एक घंटा से कम समय तक कड़े व्यायाम से दिल से संबंधित बीमारियों तथा किसी अन्य कारणों से मौत में 23 से 37 फीसदी की कमी देखी गई।पढ़े-  मधुमेह के रोगी के लिए शारीरिक व्यायाम क्यों ज़रूरी होता है 

जैसे-जैसे कड़े व्यायाम की अवधि में इजाफा होता है, जोखिम में 36 से 49 फीसदी के बीच गिरावट आती है। लेखक के मुताबिक, 'वैसे लोग जो मध्यम से कड़ा व्यायाम करते हैं, वे निष्क्रिय रूप से जीवन जीने वालों की तुलना में पांच साल ज्यादा जीते हैं।'कसरत करें और स्वस्थ और निरोग रहने के तरफ एक कदम बढ़ायें। पढ़े-  दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम करना ज़रूरी होता है

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यह अध्ययन 'ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन' में प्रकाशित हुआ है।

स्रोत: IANS Hindi

चित्र स्रोत:  Getty image


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