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क्या सुपरमार्केट में जाकर विदेशी फलों जैसे कि ब्लूबेरी, ड्रैग फ्रूट, कीवी, पैशन फ्रूट आदि को देखकर आपके कदम रूक जाते हैं? आकर्षक दिखने वाले इन फलों को महंगा होने के बावजूद आप खरीद लेते हैं। हमारे मन में ये बात घर कर चुकी है कि ये फल ज्यादा पौष्टिक होते हैं।
इन फलों में पोषण होता है, विटामिन, मिनरल्स सभी की अच्छी-खासी मात्रा होती है, ये बात सही है। लेकिन इनके साथ-साथ हमें स्थानीय फलों में भी उतनी ही दिलचस्पी दिखानी चाहिए। व्रुधि होमियोपैथी एंड वैलनेस सेंटर की भावी मोदी कहती हैं,“जो पोषण हमें विदेशी आकर्षक फलों से मिलता है, वही हमें इनसे भी मिलता है।” वो कहती हैं कि प्रकृति ने हमें ऐसी खाने की चीज़ें उपलब्ध करवाई हैं जो हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाए। मौसम, पर्यावरण का सामना करने के लिए आवश्यक पोषण, और नस्लव शरीर की बनावट के लिए उपयुक्त हो। विदेशी ऐक्जॉटिक फलों से मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स से हमारे शरीर को ज़्यादा फायदा नहीं होता, लेकिन फिर भी हम उससे थोड़ा बहुत पोषण लेते हैं।
तो क्या विदेशी फल खाना छोड़ दें?
नहीं, अगर आप उतने महंगे फल खरीद कर खा सकते हैं, तो ज़रूर खाएं। मोदी कहती हैं कि अगर हम इन फलों को लगातार खाते रहेंगे को आगे की पीढ़ी इसके ज़्यादा फायदे उठा पाएगी क्योंकि उनके शरीर इन्हें बेहतर तरीके से स्वीकार करेगा। इनके एंटीऑक्सीडेंट्स हमारे शरीर के साथ मिलकर अच्छा काम करेंगे।
क्या करें
मूल स्रोत - Read this before you eat expensive imported fruits
अनुवादक – Shabnam Khan
चित्र स्रोत - Shutterstock
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