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अनुवादक – Shabnam Khan
कई बार वज़न घटाने के दौरान लोग चावल खाना बंद कर देते हैं। लेकिन हर इंसान के लिए चावल पर पूरी तरीके से पांबदी लगाना आसान नहीं होता, खासतौर पर तब जब वो चावल का शौकीन हो। ऐसे में आप एक खास तरह के चावल जिन्हें पारबॉइल्ड राइस (parboiled rice) कहते हैं, खा सकते हैं। आम सफेद चावल से अलग, इन चावलों के छिलके निकालने से पहले इन्हें भिगोया जाता है, स्टीम किया जाता है और फिर सुखाया जाता है। जानी मानी न्यूट्रीशनिस्ट प्रिया कठपाल ने हमें बताया कि क्यों इन चावलों को खाना ज्यादा हेल्दी माना जाता है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
इन चावलों में काफी ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोन्यूट्रीएंट्स होते हैं। इसका एंथोसाइनिन(anthocyanins) काफी ज्यादा होता है जो इनफ्लेमेशन और कैंसर से बचाव करता है।
ज्यादा खनिज लवण
सिर्फ एक कटोरी ये चावल खाने से आपको कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन और मैग्नीज की दिन की जरूरत का 2-3 प्रतिशत मिल जाता है। इसमें ज्यादा मैग्नीज होने से ये ब्लड प्रेशर को कम करने और दिल के दौरे के खतरे को कम करने में मदद करते हैं। इसमें ज़िंक भी काफी होता है, जो इम्यून सिस्टम मजबूत बनाता है।
विटामिन का भंडार
सफेद चावल की तुलना में इन चावलों में दोगुना विटामिन होते हैं। खासतौर पर नियासिन, राइब्लोफ्लेविन और विटामिन बी6 इसमें काफी होता है, जिनकी मदद से आपके शरीर में खाना ऊर्जा में बदलता है।
डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए अच्छा विकल्प
इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है इसलिए ये डायबिटीज़ के मरीजों और उन लोगों के लिए जिन्हें शुगर पर कंट्रोल करना है, अच्छा है। इस तरीके से चावल खाने से वज़न कम करने में भी मदद मिलती है।
पचाने में आसान
ये चावल पाचन तंत्र को अपना काम आसानी से करने में मदद करते हैं। दस्त और कब्ज जैसी समस्याओं में इनका सेवन अच्छा रहता है। बॉवेल सिस्टेम को भी ये चावल स्वस्थ रखते हैं।
चित्र स्रोत – Shutterstock