क्या आप जानते हैं कि मिनरल्स और विटामिन जैसे माइक्रोन्यूट्रेंट कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फैट जैसे मैक्रोन्यूट्रेंट के अवशोषण के लिए जिम्मेदार हैं? लेकिन जब डायट की बात आती है, तो माइक्रोन्यूट्रेंट को दूसरा स्थान दिया जाता है। यही कारण है कि भारतियों में पोषक तत्वों को कमी देखी जाती है। मुंबई कि डायटीशियन रीना बालिग आपको कुछ आसान टिप्स दे रही हैं जिनसे आप पोषक तत्वों की बायोवेलबिलिटी बढ़ा सकते हैं।
1) बैलेंस, वैरायटी और सभी फूड्स हैं जरूरी
आपको हर फ़ूड ग्रुप से एक-एक चीजों का सेवन करना चाहिए। जैसे अनाज, दाल, मांस, दूध और दुग्ध उत्पादों में से कुछ ना कुछ खाएं। ताकि सभी पोषक तत्वों में संतुलन सुनिश्चित किया जा सके।
2) क्रैश डायट और फैड डायट से बचें
अपनी डायट से एक या ज्यादा चीजों को हटाने से या कैलोरी कम करने से आपको पोषण की कमी हो सकती है। क्योंकि आप एक बैलेंस डायट नहीं ला रहे हैं। इस तरह की डायट से आपको सभी पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं।
3) जरूरत होने पर ही लें सप्लीमेंट
मिनरल्स की कमी को खाने कि चीजों से पूरा किया जा सकता है। हालांकि ऐसे मामलों में जहां कमी नजर आती है तो आपको फिजिकल एक्टिविटी, मेडिकल कंडीशन बढ़ानी चाहिए। सप्लीमेंट से ना केवल इस गैप को पूरा करने में मदद मिलती है बल्कि हर मिनरल के लाभों को प्रदान करते हुए माइक्रोन्यूट्रेंट का बेहतर उपयोग सुनिश्चित भी कर सकता है।
4) समझदारी से खाएं
पोषक तत्वों का ज्यादा लाभ लेने के लिए तरीके से खाएं। उदाहरण के लिए विटामिन सी के साथ आयरन लें। विटामिन सी आयरन का अवशोषण बढ़ाने में हेल्प करता है। यानि आप पालक सूप में नींबू निचोड़ सकते हैं इससे पालक से आपको ज्यादा आयरन मिलेगा। इसी तरह विटामिन डी कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण में मदद करता है।
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अनुवादक – Usman Khan
चित्र स्रोत - Shutterstock
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