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कोर स्टिक्स, हेल्दी रहने के लिए वर्कआउट का नया फंडा

कोर स्टिक्स, हेल्दी रहने के लिए वर्कआउट का नया फंडा

कोर स्टिक्स पर वर्कआउट करने से शरीर टोन होता है और कैलोरी बर्न होती है।

Written by Anshumala |Published : July 19, 2018 1:54 PM IST

कुछ दिनों पहले सेलिब्रिटी पाइलेट्स ट्रेनर नम्रता पुरोहित कोर स्टिक्स पर वर्कआउट करते नजर आईं। नम्रता ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कोर स्टिक्स करते हुए एक फोटो शेयर की है। नम्रता अक्सर अपनी मुंबई स्थित स्टूडियो में नए-नए वर्कआउट मशीन को शामिल करती रहती हैं। हाल ही में उन्होंने इस नए इक्विपमेंट को इंट्रोड्यूस किया है। नम्रता के अनुसार, कोर स्टिक्स पर वर्कआउट करने से फेफड़ों और हृदय को मजूबत किया जा सकता है। इस मशीन पर एक्सरसाइज करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

आखिर क्या है कोर स्टिक्स और किस तरह से यह सेहत के लिए है फायदेमंद, जानिए-

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1 कोर स्टिक्स पर वर्कआउट करने से शरीर टोन होता है। इससे कैलोरी बर्न होती है। कोर स्टिक्स पर नियमित रूप से एक्सरसाइज करना आपको एक आकर्षक और सुडौल शरीर पाने में मदद करता है। यह आपकी शारीरिक कार्यक्षमता को भी बढ़ाने में प्रभावी है।

2 कोर स्टिक्स को आप कहीं भी ले जा सकते हैं। फोल्ड करके रख सकते हैं। आप चाहें तो इसे घर पर कसरत करने के लिए खरीद सकते हैं। यह काफी सुविधाजनक उपकरण है, क्योंकि इसे आप आसानी से कहीं भी ले जा सकते हैं।

3 कोर स्टिक्स से आपके एथलेटिक प्रदर्शन में सुधार होता है। कोर स्टिक्स पर वर्कआउट करने से आपकी मांसपेशियों में मजबूती आने के साथ ही फिजिकल पावर, ताकत, स्टैमिना और शरीर में लचक आती है।

4 यह शरीर की ताकत को बनाए रखने में मदद करता है। इस पर कोई भी, किसी भी उम्र के लोग वर्कआउट कर सकते हैं। व्हीलचेयर का प्रयोग करने वाले, बुजुर्ग या पेशेवर एथलीट्स भी बड़ी आसानी से इस पर एक्सरसाइज कर सकते हैं। कोर स्टिक्स कई तरह के रॉड्स के साथ आते हैं, जिसके विभिन्न प्रतिरोध स्तर (Resistance levels) होते हैं। यह चोटों को रोकने में मदद करते हैं।

5 इस पर व्यायाम करने से एजिंग के लक्षण कम होते हैं। यह बुजुर्गों को सुरक्षित तरीके से उनकी अपनी शारीरिक क्षमता के आधार पर खड़े होकर वर्कआउट करने में मदद करता है। इस पर जो लोग प्रतिदिन एक्सरसाइज करते हैं, उनमें आत्मनिर्भरता की समझ विकसित होती है। कोर स्टिक्स से कैलोरी तो बर्न होती ही है, हाई एनर्जी और स्ट्रेंथ का भी शरीर में निर्माण होता है।

चित्रस्रोत: Shutterstock.