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अनुवादक: Mousumi Dutta
भारत में कोई भी त्योहार हो चाहे हो होली हो या दिवाली हर हाल में मिठाई खाना लाज़मी होता है। चाहे तो ऑयल फ्राइड स्वीट हो या घी से भरा मिठाई सबके मन को ललचा ही देता है चाहे वह कितना ही डायट पर हो। अगर आप उन लोगों में से हैं जो पूरे सप्ताह अपने इच्छाओं पर अंकुश लगाते हैं और एक दिन छककर खाते हैं तो आपके लिए ये जानकारी ज़रूरी है कि इस त्योहार को घी से बना लड्डू, हलवा और गुझिया खाना अच्छा होगा? न्यूट्रिशनिस्ट प्रिया कथपाल इस सवाल का जवाब़ दे रही है।
हाँ, अगर आप आपने खान-पान पर सख्ती से परहेज़ कर रहे है़ तो अपने डायट को लेकर बोर होने से पहले ज़रूरी है कि आप अपने खान-पान में एक दिन के लिए बदलाव इससे आप पूरी खाने के बोरियत को कम कर सकते है। आपका डायट प्लान ये होना चाहिए कि घी से भरा गुझिया हो या चॉकलेट केक आप इसको कम से कम मात्रा में खायें। अगर आप पूरे दिन इस मिठाई को खाने से खुद को रोक नहीं पा रहे हैं तो आप एक टाइम खाना कम खायें।
शायद आपको पता ही होगा कि वज़न घटाने में घी का सेवनमददगार साबित होता है। लेकिन कुछ भी हद से ज्यादा खाना सेहत के नजरिये से अच्छा नहीं होता है, चाहे वह घी जैसा हेल्दी चीज ही क्यों न हो। हेल्दीफाई के अनुसार एक कटोरी मूंग दाल हलवा में 525.6 कैलोरी होता है और इस कैलोरी को बर्न करने के लिए आपको दो दिनों तक इंटेन्स कार्डियो सेशन करने की ज़रूरत होती है। आप एक काम कर सकते हैं घी से भरा मिठाई का एक बड़ा टुकड़ा खाने के जगह पर एक छोटा टुकड़ा भी खायें जिससे कि आपका पेट भी लाइट रहे और आपका दिल भी खुश हो जाये।
चित्र स्रोत: Shutterstock