महत्‍वपूर्ण प्रोबायोटिक मानी जाने वाली मलाई आपके सौंदर्य में तो बढ़ोतरी करती ही है साथ ही यह तंत्रिका तंत्र से जुड़ी समस्‍याओं से बचने में भी लाभकारी साबित होती है। विभिन्‍न्‍ शोधों में वैज्ञानिक इस निष्‍कर्ष पर पहुंचे हैं कि जो लोग फैट फ्री दूध यानी मलाई के बिना दूध पीते हैं उनमें पार्किन्‍संस रोग होने का जोखिम 39 फीसदी तक बढ़ जाता है। यह भी पढ़ें - वर्ल्‍ड पार्किन्‍संस डिजीज डे : वे सभी जरूरी तथ्‍य जिनके बारे में आप जानना चाहते हैं क्‍या है पार्किन्‍संस रोग पार्किंसन बीमारी में मस्तिष्क के उस हिस्से की कोशिकाएं नष्ट होने लगती