कुष्ठ रोग (Leprosy) के मरीजों के प्रति गलत अवधारणा के कारण आज भी उनके साथ भेदभाव किया जाता है। ऐसे में वे समाज से अलग और अकेले रहने के लिए मजबूर हो जाते हैं। कुष्ठ रोग एक जीर्ण प्रगतिशील संक्रमण है जिसका असर व्यक्ति की त्वचा आंखों श्वसन तंत्र एवं परिधीय तंत्रिकाओं पर पड़ता है। यह एक प्रकार के जीवाणु मायकोबैक्टीरियम लैप्री के कारण होता है। हालांकि यह बीमारी बहुत ज्यादा संक्रामक नहीं है लेकिन मरीज के साथ लगातार संपर्क में रहने से संक्रमण हो सकता है। बीमार व्यक्ति के छींकने या खांसने पर बैक्टीरिया हवा से फैल सकता है।