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सीने में तेज जलन और दर्द को अनदेखा करने की ना करें भूल, एनजाइना के लक्षण हो सकती हैं ये परेशानियां

सीने में तेज जलन और दर्द को अनदेखा करने की ना करें भूल, एनजाइना के लक्षण हो सकती हैं ये परेशानियां

एनजाइना एक दिल की बीमारी है और लोग इसके दर्द को आम दर्द समझकर कर अनदेखा कर देते हैं, जिसके कारण ये दर्द ओर ज्यादा बढ़ जाता है, तो आज हम आपको बताएंगे इसके कुछ लक्षणों को बारे में ।

Written by TheHealthSite Web Desk |Updated : September 28, 2023 7:55 AM IST

World Heart Day 2023: जब हमारे हार्ट की मसल्स में सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता है, तो इसकी वजह से एनजाइना की समस्या होती है। एनजाइना को एनजाइना पेक्‍टोरिस (angina pectoris) या इस्‍केमिक चेस्‍ट पेन (ischemic chest pain) के नाम से भी कहा जाता है। एनजाइना में व्यक्ति को सीने में जलन, जकड़न, सांस फूलना, कमजोरी, जी मिचलाना और बहुत अधिक पसीना आने जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। एनजाइना कोरोनरी धमनी की बीमारी (coronary artery disease) का एक लक्षण है। पर इन लक्षणों को अनदेखा करने की भूल न करें, क्योंकि इस दिल की बीमारी में होने वाला दर्द बार-बार होता है, बार बार दर्द होने पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

क्या है एनजाइना के कारण

एनजाइना की समस्या तब होती है, जब हमारे हार्ट की मसल्स में पूरी मात्रा में ब्लड की सप्लाई ठीक से नहीं हो पाती है, क्योंकि ब्लड हमारे शरीर में ऑक्सीजन ले जाने का काम करता है, जब दिल की मसल्स को पूरी मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है, जिसकी वजह से ये एनजाइना की समस्या हो जाती है।

एनजाइना के कुछ अन्य कारण

-आनुवांशिक कारक या फैमिली में किसी को पहले से हार्ट डिजिज का इतिहास

-अनहेल्दी डाइट

-हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल

-धूम्रपान

-मोटापा

-डायबिटीज

-बढ़ती उम्र के कारण

एनजाइना के लक्षण

- सांस लेने में परेशानी होना

- सीने में जलन महसूस होना

- पेट में जलन होना

- कमजोरी महसूस होना

- जी मचलाना

- बार बार पसीना आना

- खट्टी-खट्टी डाकरें आना

- गले और गर्दन में दर्द महसूस होना

- हाथ और कंधे में दर्द होना

- दांतों में दर्द होना

एनजाइना का इलाज

डॉक्टर एनजाइना मरीज की हालत को देखते हुए दवाइयों या फिर सर्जरी की सलाह देते हैं।

एनजाइना का निदान

सीने में हो रहे बार-बार दर्द को नॉर्मल दर्द समझकर इसको अनदेखा न करे, ये एनजाइना का दर्द हो सकता है। इसको तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और साथ ही इसकी कंडीशन पता लगाने के लिए कुछ टेस्ट भी कराएं।

- इकोकार्डियोग्राफी

- कोरोनरी एंजियोग्राफी

- ईसीजी

- ब्लड टेस्ट