शराब अब एक संस्कृति बन चुकी है। मेल-मिलाप के ज्यादातर मौके अब शराब के साथ ही सेलिब्रेट किए जाते हैं। दुनिया में अब बहुत कम लोग ऐसे बचे हैं जो शराब को बुरा कहते हैं। पर असल में शराब बुरी ही है। दुनिया भर में होने वाली ज्यादातर दुर्घटनाओं की वजह शराब में होश खो जाना रहा है। इसके अलावा यह आपकी सेहत को भी बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाती है। लंबे समय तक लगातार शराब का सेवन करने वाले लोगों में भी भयंकर अवसाद और अन्य मानसिक परेशानियां देखने में आती हैं। 7 अप्रैल विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर अगर आप अपनी सेहत से कोई वादा करना चाहते हैं, तो आपको शराब आज ही छोड़ देनी चाहिए। हम बताते हैं वे दस कारण जिनकी वजह से शराब छोड़ना आपके लिए है एक सही फैसला।
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1 डिप्रेशन – शराब के बारे में अकसर यह प्रचलित रहा है कि लोग अपना गुम भुलाने के लिए शराब पीते हैं पर अभी तक एक भी ऐसा मामला सामने नहीं आया, जहां शराब पीने से गम खुशी में बदल गया हो। वर्ष 2010 में न्यूज़ीलैंड में हुए अध्ययन में यह सामने आया कि शराब पीने से डिप्रेशन का जोखिम और ज्या दा बढ़ जाता है।
2 डिमेंशिया यानी पागलपन - उम्र बढ़ने के साथ लोगों में औसत रूप से लगभग 1.9 प्रतिशत की दर से मस्तिष्क सिकुड़ता है। इसे सामान्य माना जाता है। लेकिन अधिक शराब पीने से मस्तिष्क के कुछ महत्वपूर्ण हिस्सों में इस संकुचन की गति बढ़ जाती है जिसके कारण स्मृति हानि और डिमेंशिया के अन्य लक्षण दिखाई देते हैं।
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3 एनीमिया - बहुत अधिक मात्रा में शराब पीने से ऑक्सीजन ले जाने वाली लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या असामान्य रूप से कम होने लगती है, जिसे एनीमिया कहा जाता है।
4 नर्व डैमेज - अधिक शराब पीने से तंत्रिका क्षति होती है, जिसे एल्कोहलिक न्यूरोपैथी कहते हैं। इसके कारण हाथ-पांव में दर्दनाक सुइयों जैसी चुभन महसूस होती है और साथ ही मांसपेशीयों की कमज़ोरी, असंयम, कब्ज, स्तंभन दोष और अन्य कई समस्याएं पैदा होती हैं।
5 संक्रामक रोग - अधिक शराब पीने से इम्यून सिस्टम कमज़ोर हो जाता है जिससे संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है जिसमें ट्यूबरक्लोसिस, न्यूमोनिया, एच.आई.वी./एड्स तथा अन्य यौन संचारित रोग शामिल हैं।
6 कैंसर - यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो के एडिक्शन पॉलिसी विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार, हर रोज शराब पीने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। खतरा तब और अधिक बढ़ जाता है जब शरीर में शराब एसीटैल्डिहाइड, शक्तिशाली कैसरजन में परिवर्तित हो जाता है। शराब के अधिक उपयोग से मुंह, गले, ग्रासनली, लीवर, स्तन, पेट और मलाशय के कैंसर होने का खतरा बहुत अधिक रहता हैं।
[caption id="attachment_659843" align="alignnone" width="655"]7 हृदय रोग - 2005 में अमेरिका स्थित हॉवर्ड के शोधकर्ताओं ने पाया कि ज्यादा शराब पीने वाले उन लोगों में मौत का खतरा दोगुना हो जाता है, जिन्हें पहले हार्ट अटैक आ चुका है। अधिक शराब पीने के कारण प्लेटलेट्स की ब्लड क्लॉट्स के रूप में जमा होने की संभावना अधिक होती है जिसके कारण हार्ट अटैक या स्ट्रोक हो सकता है।
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8 सोरायसिस – हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि शराब की कितनी मात्रा सोरायसिस का कारण बनती है, पर यह कहा जा सकता है कि लीवर सेल्स के लिए शराब जहर के सामान है। अधिक शराब पीने वाले अनेक लोगों को सिरोसिस की शिकायत रहती हैं जो कि कभी-कभी घातक हालत सिद्ध होती है। इस अवस्था में लीवर भारी होने के कारण कार्य करने में भी असमर्थ हो जाता है।
9 हाई ब्लड प्रेशर - शराब संवेदी नर्वस सिस्टम को बाधित कर रक्त वाहिकाओं के संकुचन और फैलाव को नियंत्रित करता है। शराब विशेष रूप से अत्यधिक शराब रक्तचाप में वृद्धि का कारण बनता है। समय के साथ इसके प्रभाव बहुत क्रोनिक हो जाते हैं। जैसे किडनी की समस्या, हृदय रोग और स्ट्रोक।
10 पेनक्रियाटिटिस - पेट में जलन पैदा करने के अलावा, शराब पीना अग्न्याशय (पेनक्रिया) में भी जलन का कारण बनता है। पुरानी पेनक्रियाटिटिस पाचन प्रक्रिया में हस्तक्षेप करता है और पेट में दर्द, उल्टी और वजन घटाने का कारण बनता है। पुरानी पेनक्रियाटिटिस के कुछ मामलों पित्त पथरी के कारण होते है, लेकिन उनमें से लगभग 70 प्रतिशत शराब पीने के कारण होते हैं।
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