महिलाओं और पुरुषों की प्रकृति अलग-अलग होती है। न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक बुनावट में भी दोनों बहुत अलग हैं। यही स्थिति उनकी याददाश्‍त और पूर्व में भोगे के अनुभवों के प्रति तनाव के संदर्भ में भी है। यही वजह है कि ज्‍यादा दर्द और तकलीफ झेलने के बावजूद महिलाएं हर बार एक नई एनर्जी और स्‍पार्क के साथ तैयार हो जाती हैं। एक और शोध में यह बात स्‍पष्‍ट हो गई है कि महिलाएं अपने दर्द के प्रति बेहद बेपरवाह होती हैं। यह भी पढ़ें- रहना है दिन भर एनर्जेटिक तो फॉलो करें ये टिप्स क्‍या कहता है शोध