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Winter Care for Seniors: सर्दियों का मौसम बुज़ुर्गों के लिए मुश्किलभरा हो सकता है। क्योंकि, इस मौसम में बढ़ती उम्र के साथ होनेवाली हेल्थ प्रॉब्लम्स गम्भीर हो सकती हैं। चूंकि बढ़ती उम्र के साथ बुज़ुर्गों की इम्यूनिटी भी कम होने लगती है। ऐसे में उनके लिए वायरल बीमारियों और इंफेक्शन का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। जैसा कि सर्दियों का मौसम आते ही कई प्रकार की एलर्जिस और मौसमी बीमारियां बढ़ जाता हैं। (Winter Care for Seniors )
इसके अलावा ठंड के कारण ब्लड सर्कुलेशन भी प्रभावित होता है। गौरतलब है कि बॉडी टेम्परेचर कम होने से नसे सिकुड़ जाती हैं और शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई सही तरीके से नहीं हो पाती। यही वजह है कि सर्दियों में बुज़ुर्गों के लिए अस्थमा, स्ट्रोक, आर्थराइटिस, लीवर डैमेज और हार्ट अटैक जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। (Winter Care for Seniors)
बढ़ती उम्र में कुछ पोषक तत्वों की ज़रूरत बहुत अधिक पड़ती है। इसीलिए, अपने घर के बड़े-बुज़ुर्गों की डायट का खास ख्याल रखें। उनकी डायट में विटामिन बी, विटामिन सी और विटामिन युक्त पदार्थों को शामिल करें। इसके अलावा हेल्दी फैट्स, मैग्नीशियम और कैल्शियम रिच फूड्स भी ज़रूर शामिल करें। इसके अलावा मौसमी फल और सब्ज़ियों के सेवन के लिए उन्हें प्रोत्साहित करें। इससे बुज़ुर्गों की इम्यूनिटी बूस्ट होगी और मौसम बदलते के साथ महसूस होनेवाली परेशानियां भी कम होगी।
बढ़ती उम्र के कारण बड़े-बुज़ुर्गों में हाइपोथर्मिया होने का रिस्क बढ़ जाता है। ऐसे में बॉडी टेम्परेचर को बनाए रखने के लिए उन्हें गर्म कपड़े पहनाएं। जितना हो सके घर मे ही रहें और मोजे, स्वेटर आदि पहनते रहें। ( Tips for Winter Care for Seniors in hindi)
ठंडी हवाओं के कारण लोग ज़्यादा बाहर नहीं निकलते। देर तक सोने और बाहर कम निकलने की वजह से शारीरिक गतिविधियां भी कम हो जाती हैं। ऐसे में घर में थोड़ा टहलें। आपके घर के आंगन या लॉन में धूप में समय बिताएं। इससे ना केवल हड्डियों को विटामिन डी कुछ खुराक भी प्राप्त होगी जिससे, जोडों और हड्डियों का दर्द कम होता है। साथ ही पसीना भी आएगा।
ठंड के कारण लोगों को सर्दियों में पानी पीने की अधिक इच्छा नहीं होती। लेकिन, कम पानी पीने से डिहाइड्रेशन हो सकता है। ऐसे में, पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के लिए अपनी डायट में तरल पदार्थों को शामिल करें। गुनगुना पानी, सूप, राब, दाल का पानी आदि का सेवन करें।
सर्दियों की रूखी हवाएं त्वचा का रूखापन बढ़ा देती हैं। जिससे, ड्राई पैचेस, फटी एड़ियों और फटे होठों की समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में बुज़ुर्गों की स्किन को हेल्दी रखने के लिए रोज़ाना स्किन को मॉश्चराइज़ करें। दिन में एक बार गुनगुने तेल से मसाज करने से भी स्किन की ड्राईनेस कम होती हैं और इससे ब्लड सर्कुलेशन भी उत्तेजित होता है।
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