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Wifi Overuse : आज के समय में लगभग आधे से भी अधिक व्यक्ति इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहा है। घर के छोटे-मोटे काम से लेकर ऑफिस और बिजनेस से बड़े-बड़े काम इंटरनेट के बिना संभव सा नहीं लगता है। कई लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करने के लिए घर और ऑफिस में इंटरनेट लगाते हैं। वाईफाई लगाने से इंटरनेट की स्पीड अच्छी आती है। साथ ही काम भी आसान रहता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वाईफाई भले ही आपके कई काम को आसान कर देता है, लेकिन इससे स्वास्थ्य पर नेगेटिव असर पड़ सकता है। जी हां, अगर आप वाईफाई का काफी ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो इससे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं इसबारे में-
अत्यधिक वाईफाई एक्सपोजर करने से सीखने री क्षमता बाधित होती है। इसके साथ ही यह स्मृति, नींद की कमी और मेलाटोनिन के स्राव को कम करता है। इससे थकान महसूस होती है। वहीं, रात में नोरेपीनेफ्राइन स्राव में वृद्धि होने का भी जिम्मेदार होता है। हालांकि, शरीर में इन परिवर्तनों का कारण न सिर्फ वाईफाई होता है, बल्कि आपकी स्क्रीन टाइमिंग भी इसका जिम्मेवार होती हैं।
इलेक्ट्रोएन्सेफालोग्राफी द्वारा रिकॉर्ड की गई मस्तिष्क गतिविधि ने वाईफाई के साथ मिश्रित परिणाम दिखाए हैं। कुछ ऐसे भी अध्ययन सामने आए हैं, जिसमें न्यूरोसाइकिएट्रिक परिवर्तन या वाईफाई उपयोग के साथ किसी तरह का कोई प्रभाव सामने नहीं दिखाया गया है।
आश्चर्य की बात यह कै क हाल के एक अध्ययन से पता चला है कि लंबे समय तक वाई-फाई रेडिएशन के संपर्क में रहने से चूहों के कॉग्निटिव एक्टिविटी में सुधार देखा गया है, जैसे अल्जाइमर डिजीज इत्यादि। वहीं, छोटे बच्चों पर हुए गए अध्ययनों में यह देखा गया है कि मोबाइल और कॉर्डलेस फोन से निकलने वाली रेडियोफ्रीक्वेंसी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन से बच्चों में भावनात्मक या व्यवहारिक समस्या नहीं होती है।
अगर आपके घर में वाईफाई लगा हुआ है, तो रात को सोने से पहले राउटर को ऑफ कर दें। खासतौर पर अगर आपके सोने से बैड के आसपास वाईफाई लगा है, तो ये कार्य नियमित रूप से करें। ऐसा करने से आप इसके रेडिएशन से खुद को बचाए रख सकते हैं।
वाईफाई इस्तेमाल करने से स्वास्थ पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। हालांकि, कुछ अध्ययनों में इस बात को नकारा भी गया है। ऐसे में इसके इस्तेमाल को लेकर दोराय है। ऐसे में फिलहाल इस विषय पर और अधिक रिसर्च की आवश्यकता है।
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