• हिंदी

World Arthritis Day: अक्टूबर में रूमेटाइड अर्थराइटिस के मरीज इन 3 बातों का रखें खास ध्यान, नहीं बढ़ेगा दर्द

World Arthritis Day: अक्टूबर में रूमेटाइड अर्थराइटिस के मरीज इन 3 बातों का रखें खास ध्यान, नहीं बढ़ेगा दर्द

विश्व अर्थराइटिस दिवस (World Arthritis Day) के मौके पर हम आपको रूमेटाइड अर्थराइटिस के बारे में विस्तार से बता रहे हैं. आइए जानते हैं.

Written by Rashmi Upadhyay |Updated : October 11, 2021 11:32 AM IST

अर्थराइटिस या गठिया एक ऐसा रोग है जिसमें जोड़ों में दर्द और सूजन होने लगती है। यूं तो यह बीमारी आमतौर पर बुजुर्गों को या उम्रदराज लोगों को होती है लेकिन आजकल इस बीमारी युवाओं और बच्चों में भी आम हो गई है। गठिया शरीर में एक या कई जोड़ों को प्रभावित कर सकता है। आर्थराइटिस फाउंडेशन के अनुसार, यह वयस्कों में विकलांगता का प्रमुख कारण है और दुनियाभर में लगभग 54 मिलियन वयस्कों गठिया के रोगी हैं। वैसे तो गठिया या गठिया जैसे रोगों के 100 से अधिक प्रकार हैं। लेकिन ऑस्टियोआर्थराइटिस और रूमेटाइड आर्थराइटिस के सबसे पुराने और सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाले प्रकार हैं। आज विश्व अर्थराइटिस दिवस (World Arthritis Day) के मौके पर हम आपको रूमेटाइड अर्थराइटिस के बारे में विस्तार से बताएंगे। अर्थराइटिस का यह प्रकार इतना खतरनाक है कि यह सिर्फ जोड़ों को ही नहीं बल्कि स्किन, फेफड़ें, दिल, आंखें और खून की धमनियों को भी बुरी तरह से प्रभावित करता है। साथ ही यह भी जानेंगे कि बदलते मौसम में इस अर्थराइटिस के मरीजों को किन बातों को ध्यान रखना चाहिए।

रूमेटाइड आर्थराइटिस ( Rheumatoid Arthritis)

क्या होती है रूमेटाइड आर्थराइटिस?

यह एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें शरीर की पुरानी सूजन हाथ और पैरों में छोटे जोड़ों को प्रभावित करने लगती है। यह एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है जिसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता स्वस्थ कोशिकाओं को ही नुकसान पहुंचाना शुरू कर देती है। इसमें रोग प्रतिरोधक तंत्र के कुछ सेल्स सही तरीके से काम नहीं कर पाते। इसे नजरंदाज करने से जोड़ों में सूजन और गंभीर क्षति हो सकती है। यहां तक कि यदि समय पर इसका इलाज न किया जाए तो शारीरिक विकलांगता भी हो सकती है। रूमेटाइड आर्थराइटिस की खासियत यह है कि यह शरीर के जिस हिस्से में होता है उसके दूसरे हिस्से को भी उसी समय पर प्रभावित करता है। जैसे कि यदि यह एक बाजू में होगा तो उसी समय दूसरे बाजू में भी आपको दर्द और सूजन होगी। ठीक इसी तरह दोनों कलाईयां या दोनों घुटनों को यह एकसाथ घेरता है। पुरूषों से ज्यादा महिलाओं में यह अर्थराइटिस आम है। इन दिनों युवाओं में रूमेटाइड अर्थराइटिस पहले की तुलना में काफी तेजी से बढ़ रही है। युवा अक्सर जोड़ों में दर्द, सूजन या कड़ेपन की शिकायत जोड़ों जैसे टखनों, तलुओं, हाथों आदि का सामना कर रहे हैं।

Also Read

More News

रूमेटाइड आर्थराइटिस के लक्षण

  • जोड़ों में सूजन
  • सुबह उठने पर हाथ पैरों में कड़ापन होना
  • सीने में दर्द
  • आंखों में सूखापन महसूस होना
  • थकान व एनर्जी की कमी
  • अधिक पसीना आना
  • भूख न लगना
  • वजन का तेजी से कम होना

रूमेटाइड आर्थराइटिस ( Rheumatoid Arthritis)

बदलते मौसम में इन बातों का रखें ध्यान

1. रूमेटाइड आर्थराइटिस के मरीजों को बदलते मौसम में नहाने के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल करना चाहिए। भले ही आपको अभी मौसम में ठंडक महसूस न हो रही हो लेकिन यह आपके शरीर को प्रभावित कर सकती है। इसलिए नहाने के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें।

2. फ्रिज की चीजों से या अन्य ठंडी चीजों से परहेज करें।

3. अपने शरीर को ढककर रखें। पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें। रात को सोते समय कोशिश करें कि चादर ओढ़ कर सोएं।

4. शरीर को गर्म रखने की कोशिश करें। आप चाहें तो दिनभर हल्का गुनगुना पानी पी सकते हैं।

5. नियमित रूप से कम से कम 10 से 15 मिनट धूप में जरूर बैठें