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Night Blindness: कहीं आप भी तो नही हो रहे रतौंधी रोग (रात में न दिखना) के शिकार, जानिए लक्षण और उपचार

Night Blindness: कहीं आप भी तो नही हो रहे रतौंधी रोग (रात में न दिखना) के शिकार, जानिए लक्षण और उपचार
जानिए रतौंधी रोग का कारण और उपचार कैसे किया जाता है।

Rataundhi Or Night Blindness In Hindi : रतौंधी नजर या दृष्टि से जुड़ी एक समस्या है। इस रोग का शिकार कोई भी हो सकता है। आइए जानते हैं रतौंधी रोग क्या है, रतौंधी रोग का कारण और उपचार कैसे किया जाता है।

Written by Atul Modi |Published : June 11, 2021 4:31 PM IST

रतौंधी (Night Blindness) रात में न दिखाई देने की एक समस्‍या है जिसे निक्टालोपिया (Nyctalopia) भी कहा जाता है। रतौंधी वाले लोगों को रात में या कम रोशनी वाले वातावरण में ठीक तरह से न देख पाने का अनुभव होता है। हालांकि "रतौंधी" शब्द का अर्थ है कि आप रात में नहीं देख सकते हैं, मगर ऐसा नहीं है। ऐसी स्थिति में आपको अंधेरे में देखने या वाहन चलाने में अधिक कठिनाई हो सकती है।

कुछ प्रकार के रतौंधी रोग (Rataundhi Rog) उपचार योग्य होते हैं जबकि कुछ अन्य ऐसे भी होते हैं जिनका उपचार नहीं किया जा सकता है। अगर आपको भी न देख पाने की समस्‍या हो रही है तो आप अपने चिकित्सक से परामर्श करें। क्‍योंकि, एक बार जब आप रतौंधी की समस्या का कारण जान लेंगे तो आप अपनी दृष्टि को ठीक करने के लिए निश्चितरूप से कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाएंगे। अगर आप भी रतौंधी का सामना कर रहे हैं, तो हम इस लेख में हम आपको रतौंधी के लक्षण और कुछ सामान्य कारणों के बारे में बता रहे हैं, साथ ही आप इसका उपचार कैसे संभव है, यह भी आप विस्‍तार से जान सकते हैं।

रतौंधी के लक्षण - Symptoms of Night Blindness In Hindi

रतौंधी का एकमात्र लक्षण है, अंधेरे में देखने में कठिनाई होना। रतौंधी होने पर सूरज ढलने के बाद रोगी को दूर की वस्‍तुएं धुंधली दिखने लगती है। कई बार दिन में भी देखने में समस्‍या होने लगती है। एक समय के बाद आंखों के किनारों वाले हिस्‍सों से दिखना बंद हो जाता है।

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रतौंधी के कारण - Causes of Night Blindness In Hindi

कुछ आंखों की स्थितियां रतौंधी का कारण बन सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • दूर की वस्तुओं को देखते समय निकट दृष्टिदोष, या धुंधली दृष्टि
  • मोतियाबिंद या आंख के लेंस का धुंधला हो जाना
  • रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा (Retinitis pigmentosa), यह तब होता है जब आपके रेटिना में डार्क पिगमेंट जमा हो जाते हैं और टनल विजन (Tunnel vision) बनाता है।
  • अशर सिंड्रोम (Usher syndrome), यह एक आनुवंशिक स्थिति है जो सुनने की क्षमता और दृष्टि दोनों को प्रभावित करती है।

रतौंधी का उपचार कैसे संभव है - Rataundhi Ka Upchar Hindi

रतौंधी के उपचार (Treatment For Night Blindness) के लिए आपका नेत्र चिकित्सक विस्‍तार से आपके चिकित्सा इतिहास की जानकारी लेगा और रतौंधी का निदान करने के लिए आपकी आंखों की जांच करेगा। आपको खून का सैंपल भी देना पड़ सकता है। वह ब्‍लड टेस्‍ट के जरिए आपके विटामिन ए और ग्लूकोज के स्तर को माप सकते हैं।

निकट दृष्टिदोष, मोतियाबिंद या विटामिन ए की कमी के कारण होने वाले रतौंधी का उपचार किया जा सकता है। सुधारात्मक लेंस, जैसे चश्मा या कांटेक्ट लेंस, दिन और रात दोनों में निकट दृष्टि (Nearsighted vision) में सुधार कर सकते हैं। अगर इसके बाद भी आपको परेशानी हो रही है तो अपने चिकित्सक को बताएं।

मोतियाबिंद (Cataracts): कई बार रतौंधी का कारण मोतियाबिंद भी होता है। मोतियाबिंद आंख के प्राकृतिक लेंस का एक धुंधलापन है। प्राकृतिक लेंस आंख की पुतली के पीछे रहता है। मोतियाबिंद को सर्जरी के जरिए हटाया जा सकता है। आपका सर्जन आपके धुंधले वाले लेंस को एक स्पष्ट, कृत्रिम लेंस से बदलता है। सर्जरी के बाद आपकी रतौंधी रोग में सुधार हो सकता है।

विटामिन ए की कमी (Vitamin A deficiency):विटामिन ए की कमी के कारण भी रतौंधी की (Night Blindness Vitamin Deficiency) समस्‍या हो सकती है। यदि आपके विटामिन ए का स्तर कम है, तो आपका डॉक्टर विटामिन के सप्लीमेंट्स का सेवन करने की सलाह दे सकता है। लेकिन ध्यान रहे डॉक्टर के निर्देशानुसार ही सप्लीमेंट लें।

आनुवंशिक स्थितियां (Genetic conditions): रतौंधी का कारण बनने वाली आनुवंशिक स्थितियां, जैसे रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा का उपचार नहीं किया जा सकता है। जिन लोगों को रतौंधी का यह प्रकार है, उन्हें रात के समय में गाड़ी चलाने से बचना चाहिए।