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हम सभी दुबले-पतले रहना चाहते हैं, ताकि आकर्षक भी दिखें और लंबी उम्र तक स्वस्थ भी रहें। वजन कम करना आसान नहीं है। जो लोग अधिक मोटे होते हैं, उन्हें वजन कम करने के लिए काफी मेहनत करने की जरूरत होती है। वजन कम करना (weight loss tips) है, तो शारीरिक परिश्रम खूब करें। बैठे रहने की आदत को त्याग दें। बैठे रहेंगे, तो वजन बढ़ेगा ही लगता है। यदि आपके पास वर्कआउट करने का बहुत ज्यादा समय नहीं है, तो आप योग मुद्रा के अभ्यास से भी वजन कम कर सकते हैं। योग मुद्रा (Yoga mudra for weight loss) वजन कम करने का आसन माध्यम है। वजन कम करने के लिए जानें किन दो मुद्राओं (Yoga mudra for weight loss) का सहारा आप ले सकते हैं।
वजन कम करने के लिए आप सूर्य मुद्रा का अभ्यास करें। इसे आप कम समय में भी कर सकते हैं। प्रतिदिन सिर्फ आधा घंटा सूर्य मुद्रा करने से मोटापा कम होने लगता है, जिससे आप कई अन्य बीमारियों से भी बच जाते हैं।
सबसे पहले अपनी अनामिका (ring finger) उंगली के शीर्ष को अंगूठे के आधार पर लगाएं। अंगूठे से अनामिका पर हल्का दबाव बनाएं। शेष तीनों उंगलियां सीधी रखें। जब आप खाना खा लें तो 15 मिनट के बाद सूर्य मुद्रा का अभ्यास करें और खाना खाने से पांच मिनट पहले करें। 15-15 मिनट के लिए प्रत्येक दिन करेंगे, तो फर्क नजर आने लगेगा। हाई ब्लडप्रेशर के रोगी यह मुद्रा कम समय के लिए करें। गर्मी में इस मुद्रा को अधिक देर करने से बचें।
मोटापा कम करना है, तो रोज करें ये दो योग मुद्रा
सूर्य मुद्रा वजन कम करने (surya mudra for weight loss) के साथ ही आंखों की रोशनी बढ़ाती है। मोतियाबिंद की समस्या दूर करती है। तेज सिरदर्द में तुरन्त आराम मिलता है। कॉलेस्ट्रॉल कम होता है, शरीर की चयापचय प्रक्रिया, डायबिटीज और कब्ज की समस्या से आप बचे रहते हैं। रक्त में यूरिया पर नियंत्रण होता है। जिन लोगों को लीवर से संबंधित कोई समस्या है, उन्हें प्रतिदिन इस मुद्रा का अभ्यास करना चाहिए। जिनके हाथ-पैर ठंडे रहते हैं और जो लोग अस्थमा, सर्दी-जुकाम, निमोनिया, टीबी, साइनस से पीड़ित हैं, उनके लिए यह मुद्रा वरदान है।
Yoga Day 2019: वजन करना है कम, तो नियमित करें ये आसन
[caption id="attachment_694773" align="alignnone" width="655"] वायु मुद्रा से करें वजन कम। © Shutterstock[/caption]
इस मुद्रा को करने के लिए किसी साफ और शांत जगह पर बैठ जाएं। अब सुखासन की स्थिति में बैठें। दोनों हाथों को घुटनों पर रख दें। तर्जनी (index finger) को अंगूठे के नीचे रखें। अब अपने अंगूठे से तर्जनी पर दबाव बनाने की कोशिश करें। बाकी सभी उंगलियों को बिल्कुल सीधी रखें। इस मुद्रा को नियमित रूप से 30 से 40 मिनट तक करें।
इसके अभ्यास से शरीर में हवा के तत्व नियंत्रित होते हैं। वजन कम (vayu mudra for weight loss) होने के साथ ही शरीर में होने वाले हर तरह के दर्द के अलावा जोड़ों के दर्द से भी राहत दिलाती है। जिन लोगों को अर्थराइटिस, स्पॉन्डिलाइटिस है, उन्हें भी वायु मुद्रा का नियमित अभ्यास करना चाहिए। इसके साथ ही यह पार्किंसंस और पोलियो में होने वाले दर्द को भी कम करती है।