Switch to Eng

Health, Fitness, Beauty & Diet | Pregnancy & Parenting | Diseases & Home Remedies | TheHealthSite.com

Health, Fitness, Beauty & Diet | Pregnancy & Parenting | Diseases & Home Remedies | TheHealthSite.com

Eng
  • होम
  • कोरोना वायरस
  • फिटनेस
  • ब्यूटी
  • डिज़ीज़
    • कैंसर
    • डेंगू
    • टाइफॉइड
    • हेपेटाइटिस
    • टाइप 1 डायबिटीज
  • प्रेगनेंसी
  • पेरन्टींग
  • न्यूज
  • गैलरीज़
  • वीडियो
BLA21 cibil.com ageas federal zee hindustan
Home / Hindi / Diseases & Conditions / जानें, मानसून में किस बीमारी के होने का खतरा महिलाओं में रहता है अधिक, कैसे करें बचाव

जानें, मानसून में किस बीमारी के होने का खतरा महिलाओं में रहता है अधिक, कैसे करें बचाव

महिलाओं में यूटीआई की सम्भावना पुरुषों के मुकाबले चार गुना ज्यादा होती है, क्योंकि महिलाओं का मूत्र मार्ग पुरुषों के मुकाबले छोटा होता है।

By: Anshumala   | | Published: July 24, 2018 4:59 pm
Tags: female urinary tract infection  Monsoon  Monsoon bacterial disease  monsoon health problem  Personal hygiene  UTI in women  women health issue  
UTI infection in women in monsoon

  Also Read - क्या यौन संबंध बनाने के बाद आप भी करती हैं ये 5 गलतियां, तो आज ही बदल दें अपनी ये आदतें

Also Read - क्या आप पेशाब रोक नहीं पाते? ब्लैडर कंट्रोल नहीं कर पाने के ये हो सकते हैं कारण, फॉलो करें ये एक्सपर्ट् डायट टिप्स



मानसून गर्मी से तो राहत दिलाता है, लेकिन साथ ही कई तरह की बीमारियां भी पैदा करता है। तापमान में अचानक बदलाव आने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है और इसके कारण संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है। मानसून का मौसम गर्म और नमी वाला होता है और यह बैक्टीरिया के तेजी से पनपने के लिए बिल्कुल सही परिस्थिति मानी जाती है। Also Read - हर एक महिला को जरूर खाने चाहिए इन 5 फूड्स में से 1 फूड

इन दिनों महिलाओं में मूत्रमार्ग संबंधी संक्रमण (यूटीआई) की आशंका ज्यादा रहती है, क्योंकि उनका मूत्रमार्ग पुरूषों की तुलना में छोटा होता है। यूटीआई और योनी के संक्रमण आपस में अंतरसंबंधित हैं, लेकिन यूटीआई का सीधा प्रभाव महिला की प्रजनन क्षमता पर नहीं पड़ता है। यूटीआई से योनी संक्रमण हो सकते हैं, जिससे पेल्विक इन्फ्लेमेट्री डिजीज (महिलाओं के प्रजनन अंगों के ऊपरी भाग का संक्रमण पीआईडी) होने की आशंका रहती है। इससे ट्यूब्स में रुकावट आती है और गर्भ धारण करने में मुश्किल हो सकती है। यूटीआई पर ध्यान नहीं दिया जाए, तो इससे पीआईडी और ट्यूब्स में रुकावट की समस्या से महिला के गर्भधारण की सम्भावना अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हो सकती है। शोथ ऐसी ही समस्या है, जो यूटीआई का बड़ा कारण बनती है।

यह भी पढ़ें- क्रैनबेरी है लाजवाब ! महिलाओं में UTI के दोबारा होने के जोखिम को करती है कम

प्राइवेट पार्ट्स की साफ-सफाई का ध्यान

नई दिल्ली स्थित इंदिरा आईवीएफ हॉस्पिटल के गायनकोलॉजिस्ट, आईवीएफ एक्सपर्ट डॉ.निताशा गुप्ता का कहना है कि नमी के मौसम में गुप्तांगों या प्राइवेट पार्ट्स की साफ-सफाई और स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। मासिक चक्र के समय गुप्तांगों की सफाई का महत्व और भी बढ़ जाता है। यदि यूटीआई का समय पर उपचार नहीं किया जाए तो यह संक्रमण ऊपरी हिस्से में पहुंच सकता है और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। या फिर रक्त परिसंचरण में फैलकर शरीर के अन्य अंगों तक पहुंच सकता है। इससे किडनी संबंधी रोग हो सकते हैं और अंडाणु बनने की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है, जिससे गर्भधारण में समस्या आ सकती है। जो महिलाएं रजोनिवृत्ति (मेनोपॉज) की स्थिति में हैं, उनमें ऑर्थोपिक वेजाइनल डीजेनरेशन (योनी मार्ग में सिकुड़न, दर्द) की आशंका रहती है। यह भी मानसून के दौरान यूटीआई का कारण बन सकती है।

यह भी पढ़ें- सॉफ्ट ड्रिंक्स पिए बिना नहीं रह पातीं, मां बनने की ख्वाहिश रह सकती है अधूरी

UTI infection in women in monsoon1

कैसे पहचानें

मानसून के दौरान महिलाआों में यूटीआई की समस्या बहुत पाई जाती है। इसके लक्षण आसानी से पहचाने जा सकते हैं। मूत्र त्याग के समय दर्द, जलन, सनसनाहट, बार-बार पेशाब आना, पेट के निचले हिस्से में दर्द आदि इसके सामान्य लक्षण हैं। यदि समय पर जांच नहीं कराई जाए तो बैक्टीरिया ब्लैडर में ऊपर जाकर किडनी तक पहुंच सकता है, जिससे सूजन एवं जलन हो सकती है। यह स्थिति ज्यादा गंभीर है और इस पर तुंरत ध्यान दिया जाना चाहिए। डॉ. निताशा गुप्ता के अनुसार, मानसून में बैक्टीरिया तेजी से पनपते और बढ़ते हैं, जिससे संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है।

सेक्स के बाद जानिए क्यों जरूरी है टॉयलेट जाना

समय पर जांच और सावधानी बरतें

यूटीआई की समय पर जांच हो जाए तो एंटीबायोटिक्स के जरिए आसानी से उपचार हो सकता है। यूरिन कल्चर जांच से इसका पता लगाया जा सकता है और मूत्र में बैक्टीरिया की संख्या से संक्रमण की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। समय पर जांच और उपचार किया जाए तो भविष्य में रोग बढ़ने की संभावना से बचा जा सकता है। इस दौरान पेय पदार्थ जैसे पानी, फलों का ताजा रस, सूप आदि खूब पिएं। इससे मूत्र की मात्रा बढ़ेगी और संक्रमण की आशंका कम हो जाएगी। इसके अलावा मौसमी फल खूब खाएं और मूत्र को ज्यादा समय तक रोक कर न रखें।

चित्रस्रोत: Shutterstock.

Published : July 24, 2018 4:59 pm
Read Disclaimer

शूज लेते समय स्टाइल के साथ कंफर्ट का भी रखें ध्यान वरना हो जाएगी यह बीमारी

शूज लेते समय स्टाइल के साथ कंफर्ट का भी रखें ध्यान वरना हो जाएगी यह बीमारी

बिना किसी सर्जरी के डिमेंशिया का हो सकता है इलाज, जानें फैक्ट्स

बिना किसी सर्जरी के डिमेंशिया का हो सकता है इलाज, जानें फैक्ट्स

Please Wait. Article Loading ....

कोरोनावायरस अपडेट्स

कोरोनावायरस अपडेट्स

COVID-19 से रहें अप-टू-डेट

  • देश में बढ़ा कोरोना की नयी लहर का ख़तरा, विदेशी कोरोना स्ट्रेन बढ़ने से 18 राज्यों पर केंद्र सरकार की कड़ी नज़र
  • कोरोना का टीका लगवाने के बाद शरीर पर दिखे उल्टा असर तो करें ये काम, ऐसी बचेगी आपकी जान
  • Covid-19 in Maharashtra: इन वजहों से आया है महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों में उछाल, एक्सपर्ट्स ने किया खुलासा
  • Coronavirus in MP: मध्य प्रदेश में फिर बढ़ने लगे कोरोना के मामले, पर फिलहाल लॉकडाउन नहीं लगेगा
  • हेयर लॉस से लेकर डायरिया तक लॉन्ग कोविड में होती हैं ये परेशानियां, जानें Long Covid क्या है और क्या हैं इसके लक्षण

Health Calculators

BMI Calculator
bmi Calculator
Ideal Body Weight
ideal body weight
Daily Calorie Intake
Daily calorie intake
Calories Burned
calories burned

Health News in Hindi

Laughter Yoga Benefits: लाफ्टर योग से दूर हो जाते हैं सारे मानसिक रोग, ब्‍लड प्रेशर रहता है नियंत्रित

Pregnancy Symptoms: प्रेग्नेंसी के पहले महीने में नजर आने वाले संकेत और लक्षण

सेब के साथ इन चीजों का सेवन सेहत के लिए ठीक नहीं, जानें क्या हो सकते हैं नुकसान

Children And Mental Health: ये 5 संकेत बताते हैं कि आपका बच्चा मानसिक विकार से है ग्रसित

Stevia Side Effects: नेचुरल स्वीटनर स्टीविया हर्ब के फायदे ही नहीं इसके 5 नुकसान भी जानें

Read All

Related Stories

    Visit your doctor if you have waded through rain water
    - Aishwarya Vaidya
    July 24, 2018 at 4:59 pm
    Mumbai is witnessing heavy rainfall since last night due to which Mumbaikars are facing a lot of …
  • UTI in Women : मानूसन में महिलाओं को अधिक होता है यूटीआई, यूं बरतें सावधानी
  • 7 ways to keep your feet happy and healthy during monsoons
  • मानसून में फ्लू से बचें, फॉलो करें ये एक्सपर्ट टिप्स
  • इन 5 नैचुरल चीज़ों को खाकर बढ़ सकती है इम्यूनिटी !

About The health Site

TheHealthSite.com is India's largest health site with more than 40 lakh unique visitors per month. We focus on fitness, beauty, health, pregnancy and more.

Most popular health and wellness website in India in 2012 at the Website of the year awards.

health@corp.india.com
+91 – 22 – 6697 1234
Landline Phone number 91 – 22 – 2490 0302.

ZEE ENTERTAINMENT ENTERPRISES LTD, 18th floor, A-Wing, Marathon Futurex, N. M. Joshi Marg, Lower Parel, Mumbai, Maharashtra 400013.

Useful Links

  • Weight Loss
  • Keto Diet Tips
  • Skin Care Tips
  • Intermittent Fasting
  • Apple Cider Vinegar
  • Ashwagandha
  • Cancer
  • Pneumonia
  • Diarrhoea
  • Dengue
  • Typhoid
  • Tuberculosis
  • Chickenpox
  • Chikungunya
  • Depression
  • Hepatitis
  • Diabetes
  • Type 2 diabetes
  • Arthritis
  • Swine Flu
  • Baby Names
  • Cough and cold
  • Heart Attack
  • Breast Cancer
  • Ebola Virus
  • Dengue
  • Malaria
  • International Yoga Day
  • Hypotension
  • Heart Failure
  • Asthma
  • Brain Tumour
  • Celebrity Fitness
  • Goitre
  • HIV/AIDS

We respect your privacy

  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Contact Us
  • Author Profiles

Copyright © 2021 Zee Entertainment Enterprises Limited. All rights reserved.