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यदि हम अपने शरीर को एक खिलौना मान लें तो थायराइड हमारे लिए एक बैटरी का काम करता है। यानी जब तक थायराइड ग्लैंड अपना काम ठीक से कर रहा है, हमारा शरीर भी तभी तक ठीक से काम कर सकता है। थायराइड ग्रंथि का काम थायरोक्सिन हार्मोन का निर्माण करना है। बात करें थायराइड असंतुलन की तो इस समस्या को महिलाओं से जोड़कर देखा जाता है। एक आंकड़े के मुताबिक दुनिया की हर 8 में से 1 महिला थायराइड से पीड़ित है। हालांकि काफी समय तक इस बीमारी के कोई गंभीर परिणाम देखने को नहीं मिलते हैं, लेकिन यदि समय रहते उपचार न मिले तो ये साधारण दिखने वाली बीमारी काफी गंभीर रूप ले लेती है। तेजी से वजन बढ़ना या घटना थायराइड के कुछ सामान्य लक्षणों में से एक है। यदि आप गर्भधारण करना चाहती है और थायराइड से पीड़ित हैं तो इसका असर न केवल आपके बल्कि आपके होने वाले बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। एक रिसर्च के मुताबिक थायराइड से पीड़ित मां के जन्म दिए बच्चे का आईक्यू लेवल सामान्य से कम होता है।
यदि आप ऐसा मानते हैं कि थायराइड की समस्या केवल महिलाओं में देखने को मिलती है तो एसा बिल्कुल नहीं है। थायराइड की समस्या से पुरुष भी बड़ी मात्रा में प्रभावित हैं, लेकिन तुलना की जाए तो महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा प्रभावित हैं। पुरुषों में थायराइड के कारण होने वाले हार्मोन असंतुलनकी वजह से मोटापा और इनफर्टिलिटी जैसी समस्याएं देखने को मिल रही हैं। हाल में आई एक रिपोर्ट में चौंकाने वाले मामले देखने को मिले हैं , जिसमें कम आयु में ही थायराइड कैंसर के मामले काफी तेजी से बढ़े हुए दिखाए गए हैं। यदि आप समय रहते सचेत हो जाएं तो आपको थायराइड के लिए दवाइयां लेने की जरूरत नहीं है, आयुर्वेद में ऐसे बहुत से उपाय है, जो आपके थायराइड को कंट्रोल ही नहीं क्योर भी कर सकते हैं।
Disclaimer- उपरोक्त जानकारी आपके सामान्य समझ को बढ़ाने के लिए है, इसे चिकित्सा विशेषज्ञ की सलाह न मानें। यदि आपको थायराइड की समस्या है तो उसके इलाज के लिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।