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ब्रेस्ट कैंसर एक शारीरिक रोग है जो महिलाओं के साथ ही पुरुषों को भी हो सकता है। हालांकि स्तन कैंसर महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करता है लेकिन पुरुष भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। 400 में से 1 पुरुष को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा रहता है। यह कैंसर पुरुषों के स्तन के सेल्स में बनता है। बता दें कि जन्म के साथ से ही महिला और पुरुष दोनों के ब्रेस्ट में सेल्स होती है। महिलाओं में पुरुषों की तुलना में ये ब्रेस्ट सेल्स ज्यादा होती है। लेकिन इस कैंसर सेल्स से शुरू होता है इसलिए इसका खतरा दोनों को होता है। अक्टूबर का महीना ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ (Breast Cancer Awareness Month) के रूप में मनाया जाता है। इसलिए इस मौके पर आज हम आपको पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण, कारण और बचाव के तरीके बता रहे हैं।
1. छाती पर गांठ बनना
2. छाती पर पिंपल की तरह का दाना होना
3. निप्पल में रेडनेस आना
4. निप्पल का रंग बदलना या निप्पल का अंदर की ओर मुड़ जाना
5. निप्पल से डिस्चार्ज होना
6. ब्रेस्ट के टिश्यू का कड़ा होना
7. ब्रेस्ट या चेस्ट में दर्द होना
हालांकि अभी तक किसी भी रिसर्च में यह साफ नहीं हुआ है कि पुरुषों को किन कारणों से ब्रेस्ट कैंसर होता है। लेकिन डॉक्टर्स मानते हैं कि जब कुछ स्तन कोशिकाएं स्वस्थ कोशिकाओं की तुलना में अधिक तेजी से विभाजित होने लगती हैं तो पुरुष ब्रेस्ट कैंसर का शिकार हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में कैंसर कोशिकाएं खून और शरीर के अन्य हिस्सों पहुंचकर स्तन कैंसर को फैला सकता है। इसके अलावा माना जाता है कि जब कोई पुरुष अपने सीने पर लिम्फोमा जैसा रेडिएशन ट्रीटमेंट कराता है तो इससे भी ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम बढ़ता है।
एक्सपर्ट की एक टीम कहती है कि बाहर के देशों में पुरुषों को 60 से 70 वर्ष की उम्र में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा है। जबकि हमारे देश में 40 साल के बाद ही कई पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण देखे गए हैं। वैसे तो ब्रेस्ट कैंसर के कुल केसेज में से महज 1 प्रतिशत ही ऐसे केस होते हैं जिनमें पुरुषों को स्तर कैंसर होता है। लेकिन फिर भी पुरुषों को अपने शरीर में शुरुआती लक्षण दिखते ही इलाज शुरू करा लेना चाहिए। ताकि समय पर इसकी जांच होकर रोग से छुटकारा पाया जा सके। जरा भी लापरवाही जानलेवा भी साबित हो सकती है।
1. सप्ताह में 3-4 बार कोई भी शारीरिक व्यायाम करें, विशेषकर ऐरोबिक व्यायाम कम से कम 30 मिनट तक करें।
2. अपने वजन को मेनटेन रखें। वजन बढ़ने पर तुरंत इसे कंट्रोल करना शुरू कर दें।
3. अपनी डाइट में ज्यादा से ज्यादा फाइबर शामिल करें।
4. अगर आप अपने ब्रेस्ट में किसी भी तरह की असामनता दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।