ये हैं वजाइना साफ करने के Dos एंड Don'ts, 1 बार जान लेंगे तो कभी नहीं होगा जेनिटल इंफेक्शन
बहुत सारी महिलाएं ऐसी हैं जो कभी वजाइना हाइजीन के बारे में सोचती भी नहीं हैं, और यही लापरवाही गंभीर संक्रमण का कारण बनती हैं। हालांकि यह सच है कि शरीर के इस अंग को नेचुरली इस तरह से बनाया गया है कि यह खुद ब खुद साफ रह सकती है। लेकिन फिर भी वजाइना एक बहुत ही सेंसटिव अंग है जो बहुत जल्दी संक्रमण का घर बन सकता है। इसलिए तमाम बीमारियों से बचने के लिए आपको अपनी वजाइना की उचित देखभाल करने की जरूरत है। अमेरिकन सेक्सुअल हेल्थ एसोसिएशन के अनुसार, जो चीज आपके पूरे शरीर को स्वस्थ रख सकती है वह आपकी वजाइना को भी स्वस्थ रखती है। इसका मतलब यह है कि एक हेल्दी और बैलेन्सिंग डाइट, व्यायाम और अन्य अच्छी आदतें आपकी वजाइना की देखभाल करने के लिए काफी है।
लेकिन यह सिर्फ एक भाग है इसके अलावा भी आपको अपनी वजाइनल केयर के लिए अन्य कदम उठाने की जरूरत पड़ती है। योनि में कई बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण हो सकते हैं और एक महिला अलग अलग रिप्रोडक्शन फ्रेज से गुजर सकती है। इसलिए जरूरी है आप वजाइना की रोज सफाई करें। लेकिन सफाई का मतलब यह है कि आप मार्किट से कैमिकलयुक्त प्रॉडक्ट लाकर साफ करने लगे। अगर आपको नहीं पता कि वजाइना की देखभाल करने का सही तरीका क्या है और वो क्या चीजें को आपको नहीं करनी चाहिए तो आज आप सही जगह आ गए हैं। आज हम आपको वजाइना साफ करने के Dos एंड Don'ts बता रहे हैं।
[caption id="attachment_761778" align="alignnone" width="655"]वल्लोवगाइनल हेल्थ के लिए कॉटन सबसे बेस्ट फैब्रिक होता है, इसलिए हमेशा कॉटन के अंडरवियर ही चुनें। टाइट या कसे हुए अंडरवियर आपकी स्किन और जननांगों में तनाव और रैशेज ला सकते हैं। इसलिए इन्हें पहनने से बचें।
पेल्विक फ्लोर स्ट्रेंथिंग एक्सरसाइज आपकी वजाइना की मांसपेशियों के लिए काफी अच्छी होती है। इसलिए इसे अपने वर्कआउट में जरूर शामिल करें। कीगल करने से आपकी वजाइना काफी हेल्दी रहती और संक्रमण भी वहां घर नहीं करते हैं।
सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (STD), यीस्ट इंफेक्शन और बैक्टीरियल वेजिनोसिस जैसी समस्याएं अनसेफ सेक्स के कारण होती हैं। इसलिए हमेशा इंटरनल और एक्सटर्नल कंडोम का उपयोग करें।
इस बात का ध्यान रखें कि आपको अपनी वजाइना को गीला नहीं रखना है। इसे हमेशा सूखा रहें। वजाइना पोंछने के लिए सूती कपड़े या तौलिये का इस्तेमाल करें। अपनी योनि और एनस को पोंछने के लिए हमेशा तौलिए को आगे से पीछे की ओर लेकर जाएं। इससे एनस मे मौजूद बैक्टीरियाओं के वजाइना में आने का खतरा कम होता है।
अतिरिक्त पसीने और कीटाणुओं से बचने के लिए समय समय पर ट्रिम करते रहें। लेकिन अगर आपकी वजाइना के आसपास पिंपल्स, मोल्स या बम्प्स जैसी कुछ चीजें हैं तो डॉक्टर को दिखाएं और सही तरीके से ट्रिम करने की सलाह लें।
डौच (douche) यानि कि इसमें एक उपकरण की मदद से किसी अंग को साफ किया जाता है। वजाइना का नेचुरल पीएच 3.8-4.5 होता है, जो आपको अम्लीय लग सकता है लेकिन यह अनहेल्दी बैक्टीरिया के विकास को रोकता है। Douching योनि में पीएच में असंतुलन ला सकत है जो हनहेल्दी है। इसलिए ऐसा करने से बचें।
अपने जेनिटल को साफ करने के लिए अलग अलग प्रकार के साबुन, खुशबूदार प्रॉडक्ट्स और स्क्रब का इस्तेमाल करने से बचें। क्योंकि ऐसे ज्यादातर प्रॉडक्ट्स में कैमिकल्स होते हैं जो आपकी योनी की संवेदनशील त्वचा को इरिटेट कर सकते हैं और आपकी योनि में बैक्टीरिया के असंतुलन का कारण भी बन सकते हैं।
पेट्रोलियम जेली या लोशन जैसे उत्पादों का उपयोग सेक्स के दौरान लुब्रिकेंट के रूप में न करें। ये उत्पाद आपके जेनिटल में जलन, सूजन और संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
चार-पांच घंटे से अधिक समय तक सैनिटरी पैड या टैम्पोन न पहनें। यह संक्रमण का कारण बन सकता है और यहां तक कि अगर आप इन्हें बहुत लंबे समय तक नहीं हटाते हैं तो ये आपकी बॉडी को टॉक्सिक शॉक भी दे सकते हैं।
प्रत्येक महिला को एक अच्छे स्त्री रोग विशेषज्ञ की जरूरत होती है और उन्हें नियमित जांच के लिए बार बार जाना चाहिए। इससे आपको अपनी वजाइन हेल्थ के बारे में पता चलता रहता है।
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