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50 के बाद अचानक आती हैं ये 5 बीमारियां, जानिए इनसे बचने के उपाय

50 के बाद अचानक आती हैं ये 5 बीमारियां, जानिए इनसे बचने के उपाय

जब आपकी आयु 50 साल से अधिक हो जाती है तो कुछ बीमारियां बिना किसी संकेत के अचानक से भी आ सकती हैं। आइए जानते हैं इन बीमारियों के बारे में...

Written by Atul Modi |Published : March 27, 2023 7:18 PM IST

50 साल का मतलब है आपने अपनी आधी उम्र पूरी कर ली है। इस उम्र के बाद शरीर में काफी सारे बदलाव देखने को मिलते हैं। आपका शरीर कमजोर होने लगता है और आपका आंतरिक सिस्टम भी इतना मजबूत नहीं रहता कि वह पहले की तरह बीमारियों से लड़ सके। इस उम्र में बहुत सी बीमारियां बिना बताए अचानक भी देखने को मिल सकती हैं। ऐसी स्थितियों के लिए आपको खुद को तैयार रखना होगा। यह कोई बहुत भयंकर बीमारियां नहीं बल्कि थोड़े बहुत झटके लगना या शरीर के किसी भी हिस्से में अचानक से दर्द होना आदि होते हैं। इसके अलावा कुछ समस्याएं गंभीर भी होती हैं जैसे हार्ट अटैक आदि। आइए जानते हैं कैसे आप इन स्थितियों को मैनेज कर सकते हैं।

हार्ट अटैक

हार्ट अटैक के मामले हर साल बढ़ते जा रहे हैं और इसका रिस्क 50 की उम्र के बाद ज्यादा हो जाता है। इसके कुछ आम लक्षणों में छाती में दर्द होना, सांस ढंग से न आ पाना, पसीना आना, कमर या गर्दन में दर्द होना , चक्कर आना आदि शामिल होते हैं। अगर आप अपना हेल्दी वेट बनाए रखते हैं, स्मोकिंग नहीं करते हैं और नियमित रूप से एक्टिव हो कर एक्सरसाइज करते हैं तो आपका रिस्क काफी कम है।

स्ट्रोक

यह स्थिति जब होती है तब ब्लड आपके दिमाग तक उस तरह नहीं पहुंच पाता है जैसे उसको पहुंचना चाहिए था। अगर आपको अपने चेहरे, बाजुओं और टांगों में अचानक से सुन्नपन महसूस होने लगता है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। आपको इस समय बोलते समय दिक्कत आ सकती है या आप काफी कंफ्यूज हो सकते हैं। अगर आप दिल के लिए हेल्दी डाइट खाते हैं, कोलेस्ट्रोल और ब्लड प्रेशर लेवल को नियंत्रित रखते हैं तो आपका इन बीमारियों का रिस्क कम हो सकता है।

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एक्यूट पैंक्रियाटिक

इस स्थिति में पैंक्रियाज में सूजन आ जाती है। यह पाचन में मदद करने वाले हार्मोन्स और एंजाइम्स को इन्सुलिन की तरह बना देता है। अगर आपको इनमें से कोई लक्षण दिखता है तो आपको डॉक्टर के पास जाने में देरी नहीं करनी चाहिए। यह तब भी हो सकता है जब आप शराब का सेवन ज्यादा करते हों, कैल्शियम लेवल आपके शरीर में ज्यादा हो, या फिर ट्राइग्लिसराइड का लेवल ज्यादा हो।

हड्डियों का टूटना

वैसे तो यह किसी भी उम्र में हो सकता है लेकिन जैसे जैसे आपकी उम्र बढ़ती जाती है तो आपकी हड्डियां कमजोर होती जाती हैं जिससे उनके टूटने का या उनमें फ्रैक्चर हो जाने का रिस्क काफी बढ़ सकता है। इस स्थिति को ओस्टियोपोरोसिस कहा जाता है और यह वृद्ध महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है। कैल्शियम या विटामिन डी की कमी से यह स्थिति और ज्यादा खतरनाक बन सकती है।

किडनी स्टोन

यह पत्थर आपकी किडनी में जमा हो जाते हैं और यह कैल्शियम के बने हुए होते हैं। अगर यह पत्थर छोटे साइज के होंगे तो आपके शरीर से आसानी से निकल सकते हैं लेकिन अगर इनका साइज बड़ा होता है तो यह परेशानी कर सकते हैं। इस स्थिति में आपको काफी ज्यादा दर्द हो सकता है और कई बार तो ब्लीडिंग भी होने लगती है। इस स्थिति में डॉक्टर सर्जरी का प्रयोग कर सकते हैं।

निष्कर्ष: इस उम्र में अपनी डाइट और लाइफस्टाइल को हेल्दी रखना काफी जरूरी हो जाता है। अपने सालाना चेक अप करवाना बिलकुल भी न भूलें ताकि अगर किसी तरह की बीमारी है भी तो उसका समय रहते ही पता किया जा सके और इलाज भी शुरू हो जाए।