रुबेला जिसे जर्मन मीजल्स भी कहा जाता है एक विषाणुजनित संक्रमण है। इसमें पहले चेहरे पर गुलाबी-लाल चकत्ते उभरते हैं और बाद में ये शरीर में अन्य जगहों पर फैल जाते हैं। यह विषाणु करीब तीन दिन तक अपना असर दिखाता है और इसलिए इसे अक्सर 'तीन दिन का खसरा' भी कहा जाता है। उत्तर प्रदेश: मीसल्स-रूबेला का टीका लगते ही 13 स्कूली छात्रों की हालत बिगड़ी रुबेला के लक्षण जितने लोगों को रुबेला होता है उनमें से करीब आधे लोगों को तो इसके कोई लक्षण महसूस नहीं होते। इसलिए उन्हें शायद पता भी नहीं चलता कि उन्हें रुबेला है।