दिवाली का त्यौहार सबको आकर्षित करता है। लेकिन इस मौके पर होने वाला प्रदूषण सेहत को बहुत नुकसान भी पहुंचाता है। जिन लोगों को अस्थमा होता है उनके लिए प्रदूषण सीधा जहर समान होता है। कानून और सरकार पटाखे न चलाने की चाहे लाख कोशिशें कर लें लेकिन लोग किसी न किसी तरह पटाखे छोड़ते ही है। इसलिए अस्थमा रोगियों को खुद ही ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे उनकी दिक्कत न बढ़ें। क्योंकि जरा सी लापरवाही अस्थमा मरीजों में सांस की तकलीफ और कफ की समस्या को बढ़ा सकती है। आज हम अस्थमा मरीजों को ऐसे टिप्स बता रहे हैं