Don’t Miss Out on the Latest Updates.
Subscribe to Our Newsletter Today!
क्या आपने कभी अपने नाखूनों पर सफेद धब्बे या भरी हुई लाइनें देखी हैं? यह लाइनें लंबी अथवा सीधी हो सकती है, जिन्हें हम अक्सर अनदेखा कर देते हैं। अधिकांश लोग इसे कैल्शियम की कमी से जोड़ते हैं और सामान्य बात समझ कर छोड़ देते हैं। जबकि, न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखीजा के अनुसार, नाखूनों में ये उभरी हुई रेखाएं जिंक की कमी के कारण विकसित होती हैं, इनका कैल्शियम से कोई लेना देना नहीं होता है। न्यूट्रिशनिस्ट ने अपने इंस्टाग्राम रील में शरीर में जिंक की जरूरतों के बारे में बताया है, उन्होंने यह भी बताया कि जिंक शरीर के लिए क्यों जरूरी है और इसका सेवन कैसे किया जाना चाहिए?
पूजा मखीजा इसे "माइक्रो, ट्रेस मिनरल" बताते हुए कहती हैं कि जिंक एक महत्वपूर्ण मिनरल है क्योंकि हमारा शरीर इसे संरक्षित नहीं कर सकता है। वह कहती हैं कि हृदय, फेफड़े और शरीर के अन्य अंगों जैसे हड्डियों और यहां तक कि एंजाइमों को भी जिंक की जरूरत होती है।
जिंक के बहुत सारे प्राकृतिक स्रोत हैं, ये मिनरल शरीर में प्रोटीन से खुद को जोड़ता है। शरीर में जिंक की कमी को पूरा करने के लिए जिंक सप्लीमेंट ले सकते हैं।
पोषण विशेषज्ञ के अनुसार, जिंक एक चमत्कारी मिनरल है जो पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज कर सकता है और रातोंरात लक्षणों में सुधार कर सकता है। आप जिंक सप्लीमेंट का विकल्प चुन सकते हैं। यह नाखूनों पर सफेद रेखाओं के अलावा कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली, सोने में कठिनाई, सेक्स ड्राइव में कमी, मूड अपसेट रहना, हाथ और चेहरे पर झुर्रियां जैसी अन्य समस्याओं में फायदेमंद है।
पूजा मखीजा बाजार में मिलने वाले कुछ प्रकार के जिंक सप्लीमेंट्स के बारे में भी बताती हैं। जैसे:
ज़िंक ग्लूकोनेट: इसका उपयोग मीठी गोलियों और नाक के स्प्रे जैसे ठंडे उपचार में किया जाता है और यह ज़िंक के सबसे अधिक मिलने वाले रूपों में से एक है।
ज़िंक एसीटेट: यह सप्लीमेंट ठंडी मीठी गोलियों में भी मिलाया जाता है और स्वास्थ्य लाभ में तेजी लाने में मदद करता है।
जिंक सल्फेट: यह जिंक की कमी का इलाज करने में मदद करता है और मुंहासे की गंभीरता को कम करने में भी प्रभावी है।
जिंक पिकोलिनेट: न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, एक अध्ययन बताता है कि जिंक का यह सप्लीमेंट दूसरों की तुलना में शरीर द्वारा बेहतर अवशोषित होता है।
जिंक ऑरोटेट: यह बाजार में एक और आम जिंक सप्लीमेंट है।
जिंक साइट्रेट: यह सप्लीमेंट भी बेहतर अवशोषित करता है, यह कम कड़वा और अधिक अच्छा स्वाद भी होता है।
पूजा मखीजा कहती हैं कि, जब इन जिंक सप्लीमेंट्स की खुराक की बात आती है, तो यह किसी के आहार सेवन और चुने गए सप्लीमेंट के प्रकार पर निर्भर करता है। किसी भी सप्लीमेंट के लिए जाने से पहले अपने पोषण विशेषज्ञ से परामर्श करने की सलाह दी जाती है।
View this post on Instagram