हाई बीपी की समस्या आज कल हर दूसरे व्यक्ति में है। इसके पीछे कई कारण है जैसे कि डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल तो, कभी स्ट्रेस और स्मोकिंग। हाई बीपी की समस्या कभी भी जानलेवा हो सकती है। क्योंकि ये अचानक हार्ट अटैक और स्ट्रोक का कारण बन सकती है। ऐसे में हमें इन समस्याओं से बचने के लिए समय-समय पर बीपी चेक करते रहना चाहिए और अगर बीपी ज्यादा रहे तो डॉक्टर से बात करनी चाहिए। इस दौरान ध्यान देने वाली एक बात ये भी है कि अक्सर लोग दिन के समय बीपी चेक करते हैं और रात में नहीं। जबकि, American Heart Association का कहना है कि रात में सोने से पहले बीपी चेक करना, दिन से ज्यादा जरूरी है। क्यों जानते हैं।
American Heart Association’s flagship journal Circulation की मानें तो, जिन लोगों का बीपी रात के समय ज्यादा रहता है उनमें अचानक हार्ट अटैकऔर स्ट्रोक का खतरा ज्यादा रहता है। शोध बताते हैं सुबह के बजाय रात में अपने बीपी चेक करना बेहद जरूरी है। क्योंकि ये हृदय रोग के कारण आपके मरने के जोखिम को 45% तक कम कर सकता है। दरअसल, सोते समय शरीर आराम में होता है और तब शरीर में हो रही गतिविधियों का अच्छे से पता लगाया जा सकता है। ऐसे में जिन लोगों की बीपी रात में ज्यादा रहती है, उनमें ये खराब ब्लड सर्कुलेशन, शरीर में कहीं ब्लॉकेज, असंतुलित डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकता है। ऐसे में शरीर में दिखने वाले इन लक्षणों को नजरअंदाज ना करें।
रात को सोते समय अगर आपके पैरों में झनझनाहटरहती है तो ये इस बात का संकेत है कि आपकी बीपी हाई है। साथ ही ये इस बात का संकेत हैं कि आपका ब्लड सर्कुलेशन सही नहीं है और इस वजह से ये झनझनाहट पैदा कर रहा है। ऐसे में लगातार ये समस्या महसूस हो तो डॉक्टर को बताएं और अपना हार्ट चेकअप करवाएं।
स्लीप एपनिया हार्ट डिजीज के कुछ लक्षणों में से एक हो सकता है। ये बताता है कि आपको दिल की बीमारी हो सकती है क्योंकि आपके ब्लड प्रेशर का पैटर्न सही नहीं है। साथ ही ये इस बात का संकेत है कि आपके दिल पर ज्यादा प्रेशर पड़ रहा है। ऐसे में आपकी नींद बार-बार टूट सकती है या फिर सोने के बाद भी आपको लग सकता है कि आपकी नींद पूरी नहीं हुई है।
सिर में दर्द महसूस करना या सिर भारी महसूस होना हाई बीपी का संकेत हो सकता है। ऐसे में जरूरी ये है कि अगर रेगुलर रहे तो इसे नजरअंदाज ना करें और अपने डॉक्टर से बीपी चेक करवाएं। दरअसल, ये काफी हल्का होता है और सो कर उठने के बाद भी महसूस हो सकता है। ये बढ़े हुए ब्लड प्रेशर के कारण हो सकता है जिसमें शरीर के कई अंगों में सेंसिटिविटी महसूस होती है।
हाथों में गर्मी और जलन हाई बीपी से जुड़ी हो सकती है। खास कर कि अगर ये रात के समय हो तो। दरअसल, जब आपका बीपी बढ़ा रहता है तो ये शरीर को शांत होने नहीं देता है और इससे कई बार गर्मी लग सकती है और पसीना आ सकता है।
हाई बीपी कार्टिसोल लेवल को बढ़ा सकता है। इससे स्ट्रेस महसूस हो सकता है और नींद की कमी हो सकती है। तो,इन तमाम लक्षणों को नजरअंदाज ना करें और लक्षण महसूस होते ही अपने डॉक्टर को दिखाएं। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि हाई बीपी से बचें और रात में सोने से पहले अपना बीपी चेक जरूर करें।
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