A lot of people think that those who get dehydrated are really sweaty. But according to experts, as you go through various stages of dehydration, you become very dizzy.
Summer Diseases : गर्मी का मौसम धीरे-धीरे अपना रूप बदल रहा है। मौसम बदलने के साथ-साथ लोगों को कई तरह की समस्याएं भी होने लगती हैं। कुछ ऐसी बीमारियां है, जो गर्मियों (Summer Diseases ) में लोगों पर अधिक अटैक करती हैं। गर्मियों में होने वाली ये बीमारियां वैसे तो सामान्य होती हैं, लेकिन अगर इन बीमारियों का समय पर इलाज नहीं कराया गया, तो इससे कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि, इन बीमारियों का घर में ही आसानी से घरेलू उपचार किया जा सकता है। लेकिन इसके लिए सही जानकारी होनी बहुत ही जरूरी है। आइए आज जानते हैं गर्मियों में कौन सी बीमारियां (Summer Diseases ) सबसे ज्यादा अटैक करती हैं और इन बीमारियों के घरेलू उपचार क्या हैं।
हीट स्ट्रोक को सामान्य भाषा में लू भी कहा जाता है। यह बहुत ही सामान्य बीमारी है। शरीर में पानी की कमी के कारण व्यक्ति लू की चपेट में आ सकता है। गर्मियों में लू लगना बहुत ही कॉमन माना जाता है, लेकिन अगर इसका सही समय पर इलाज न कराया जाए, तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है। लू के कारण बुखार, फूड प्वॉइजनिंग, पेट दर्द और उल्टी जैसी समस्याएं होने लगती हैं। ऐसी स्थिति में इलाज करना बहुत ही जरूरी होता है।
इससे बचने के लिए सबसे जरूरी खान-पान का ध्यान देना होता है। गर्मी के सीजन में शरीर में पानी की कमी हो जाती है, इससे शरीर बहुत ही अधिक कमजोर होने लगता है। ऐसे में इस बीमारी का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। इसलिए गर्मियों में जरूरी है कि अपने शरीर को हाईड्रेट रखें। इसलिए इस मौसम में अधिक से अधिक पानी पिएं। इसके साथ ही अपने भोजन में हरी सब्जियां, सलाद और फलों को शामिल करें।
गर्मियों में एसिडिटी की समस्या भी काफी होती है। खासतौर पर यात्रा करने के दौरान एसिडिटी की प्रॉब्लम सबसे ज्यादा होती है। इस बीमारी के कारण सीने में जलन और दर्द, उल्टी जैसी समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में जब एसिडिटी की समस्या बार-बार होने लगे, तो यह एक गंभीर रूप धारण कर सकती है। कई बार इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को हॉस्पिटल तक जाना पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि इससे बचने के लिए पहले से ही सतर्क हो जाएं और अपने खान पान पर कंट्रोल करना शुरू कर दें।
एसिडिटी से बचने के लिए गर्मियों में तली-भुनी और मसालेदार चीजों का सेवन करना छोड़ दें। इन चीजों के सेवन से एसिडिटी की समस्या अधिक बढ़ जाती है। इसके साथ ही अपने खाने का समय निर्धारित कर लें और रोजाना उसी समय पर खाएं। इसके साथ ही मुलेठी का चूर्ण या काढ़ा पिएं। इससे एसिडिटी की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
गर्मियों में पीलिया बच्चे और बड़े, दोनों को बहुत ज्यादा प्रभावित करता है। पीलिया को हेपेटाइटिस ए भी कहते हैं। पीलिया से ग्रसित होने का सबसे बड़ा कारण है दूषित पानी और दूषित खाना। पीलिया में मरीज की आंखे और नाखून पीले होने लगते हैं। इसके साथ ही पेशाब भी पीले रंग की होती है। इसका सही समय पर इलाज नहीं कराया गया तो यह बहुत ही गंभीर रूप धारण कर सकता है।
पीलिया से बचने के लिए तला-भुना खाना छोड़ दें। इससे बचने के लिए गर्मियों में हल्का उबला हुआ खाना खाएं। पानी भी उबाल कर और छान कर पिएं।
शरीर में पानी की कमी के कारण डिहाइड्रेशन होता है। यह बहुत ही आम समस्या है। लेकिन कभी-कभी यह खतरनाक रूप धारण कर लेता है, जिसके कारण मरीज को हॉस्पीटल में एडमिट तक होना पड़ता है।
इससे बचने का सबसे आसान तरीका है कि आप खूब पानी पिएं। अपने खान-पान का विशेष ख्याल रखें। खाने में खीरा, ककड़ी, नारियल पानी, नींबू पानी, हरी सब्जियां, बेल का शरबत और खस का शरबत जैसी चीजों को शामिल करें।
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