पढ़ने-लिखने और कंप्यूटर पर देर तक काम करने वाले लोगों में हाइमायोपिक की समस्या देखने में आ रही है। जिसे सामान्य भाषा में आई फ्लोटर्स कहा जाता है। फ्लोटर्स के लिए किसी इलाज की जरूरत नहीं होती पर इससे पीडि़त व्यक्ति इनके अचानक आंखों में आ जाने से परेशान हो जाता है। इसके लिए एंटी इन्फ्लेमेटरी आइड्रॉप का प्रयोग किया जा सकता है। पर यदि अचानक फ्लोटर्स की संख्या बढ़ जाये तो तुरंत रेटिना की जांच करवानी चाहिए। कई बार रेटिनल डिटैचमेंट से भी यह समस्या हो सकती है। क्या हैं आई फ्लोटर्स आई फ्लोटर्स आंखों के भीतर घूमते