Don’t Miss Out on the Latest Updates.
Subscribe to Our Newsletter Today!
आज विश्व तंबाकू निषेध दिवस है। दुनिया भर में आज तंबाकू के छोड़ने और छुड़वाने के लिए संकल्प लिए जाते हैं। टीनएज से युवावस्था में प्रवेश करने वाले कई युवा ग्लैमरस या डेशिंग दिखने की कोशिश में सिगरेट पीना शुरू कर देते हैं। पर शायद वे नहीं जानते कि अपने दोस्तों को आकर्षित करने के लिए वे जिस सिगरेट को मुंह लगा रहे हैं वह उनकी सेक्स लाइफ पूरी तरह बर्बाद कर सकती है। लड़कियों में तो यह मां बनने की संभावना भी खत्म कर सकती है।
तंबाकू से होने वाले कई स्वास्थ्य जोखिमों के बावजूद भारत में तंबाकू की लत बढ़ती ही जा रही है। एक सर्वे के अनुसार वर्तमान में 50.2 फीसदी पुरुष, 17.3 फीसदी महिलाएं और 34.2 फीसदी कुल वयस्कों में धूम्रपान या धुआं रहित तंबाकू का उपयोग करने का प्रचलन है। आंकड़ों के मुताबिक, 19 फीसदी पुरुष, 0.8 फीसदी महिलाएं और 10.2 फीसदी कुल वयस्क तम्बाकू का सेवन करते हैं। जबकि 38.7 फीसदी पुरुष, 16.8 फीसदी महिलाएं और 28.1 फीसदी कुल वयस्क तंबाकू का सेवन करने वालों में शामिल हैं।
यह भी पढ़ें – स्मोकिंग है साइलेंट किलर, कल नहीं आज ही से छोड़ें यह लत
सिगरेट के संदर्भ में जब युवाओं से उनकी राय पूछी गई तो अधिकांश का जवाब था कि वे दोस्तों के प्रभाव में सिगरेट की शुरुआत करते हैं। इससे वे खुद को ज्यादा प्रभावशाली और डेशिंग साबित करते हैं। धीरे-धीरे वे इसके आदी होने लगते हैं। जबकि वे जानते हैं कि इससे उन्हें कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। भारत में दुनिया के दूसरे देशों की अपेक्षा कैंसर होने के खतरे सबसे ज्यादा होते हैं।
यह भी पढ़ें – पैसिव स्मोकिंग: कहीं औरों की गलती की सजा आपको न भुगतनी पड़े
सिर्फ सिगरेट ही नहीं किसी भी तरह के तंबाकू का सेवन यौन जीवन को पूरी तरह बर्बाद कर सकता है। तम्बाकू से हमारे सेक्स हार्मोन भी प्रभावित हो सकते हैं। हमारे शरीर के हर अंग में पाए जाने वाले साइप-450 नामक एंजाइम की कार्यक्षमता पर इसका बुरा असर पड़ता है। हमारे शरीर में ये एंजाइम हार्मोंस के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा गुटखा हमारे शरीर में टॉक्सिन बनने की प्रक्रिया में बाधा पहुंचाता है। जो हार्मोन टॉक्सीन बनाते हैं, यह उनको नुकसान पहुंचाता है।
यह भी पढ़ें - वर्ल्ड नो टोबेको डे : घातक है इलेक्ट्रोनिक निकोटीन सिस्टम
सिर्फ इतना ही नहीं तय सीमा से ज्यादा मात्रा में शरीर में तंबाकू के पहुंचने पर पुरुष नपुंसक भी हो सकते हैं। जबकि महिलाओं को यह और भी ज्यादा प्रभावित करता है। कम उम्र में ही स्मोगकिंग अथवा तंबाकू सेवन की शुरूआत करने वाली लड़कियों के मां बनने में समस्यांएं आने लगती हैं। जबकि गर्भावस्थाम के दौरान पी गई सिगरेट गर्भपात का भी कारण बन सकती है।