इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि जिस हवा में हम सांस लेते हैं वह जहरीले प्रदूषकों और अप्रिय गैसों की एक परत के साथ बह रही है। वास्तव में वायु प्रदूषण पर कुछ अध्ययनों से पता चला है कि एनसीआर में हवा की गुणवत्ता एक दिन में 40-50 सिगरेट पीने के बराबर ही खराब है। वायु प्रदूषण का यह चरम स्तर 'स्मॉग' के रूप में न केवल हमारे श्वसन और हृदय प्रणालियों को प्रभावित कर रहा है बल्कि यह हमारी आंखों को भी नुकसान पहुंचाता है। 25 वर्षीय रोहिणी दिल्ली की प्रमुख आईटी कंपनियों में से