यदि आप एक दिन में दो छोटा चम्मच से ज्यादा नमक का सेवन करते हैं, तो ऐसा करना कार्डियोवैस्कुलर डिजीज को बहुत हद तक बढ़ा सकता है। मैकमास्टर यूनिवर्सिटी एंड हैमिल्टन हेल्थ साइंसेज एंड कुलीग्स के हेल्थ रिसर्च इंस्टिट्यूट के मुख्य लेखक डॉ. एंड्रयू मेंट का कहना है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) लोगों को एक दिन में 2 ग्राम से कम (एक छोटा चम्मच नमक) सोडियम का सेवन करने की सलाह देता है। इससे लोग बहुत हद तक कार्डियोवैस्कुलर डिजीज से बचे रह सकते हैं लेकिन यह ऐसा अब तक किसी भी देश में रहने वाले लोग नहीं करते हैं।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन का भी कहना है कि जिन लोगों में हार्ट डिजीज होने का खतरा अधिक होता है, उन्हें एक दिन में 1.5 ग्राम से भी कम सोडियम का सेवन करना ही फायदेमंद साबित हो सकता है। हालांकि, ये सभी बातें व्यक्तिगत स्तर पर प्राप्त किए गए डाटा पर आधारित हैं, जिसमें ब्लड प्रेशर का शॉर्ट टर्म ट्रायल लिया गया था। इसमें लो सोडियम इंटेक से संबंधित डाटा को रिलेट नहीं किया गया था, जो बताते हैं कि कम सोडियम इंटेक से कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा कम हो जाता है।
इस बात की पुष्टि करने के लिए एक अध्ययन किया गया। द लांसेट में प्रकाशित इस नए अध्ययन में कम्युनिटी-लेवल पर सोडियम और पोटैशियम सेवन, हृदय रोग और मृत्यु दर के बीच संबंधों की जांच की गई। अध्ययन में 8 वर्षों तक दुनिया भर के 18 देशों के समुदायों के 35 से 70 वर्ष के लगभग 94 हजार लोगों को शामिल किया गया। अध्ययन में पता चला कि जिन देशों के समुदायों में रहने वाले लोग प्रतिदिन 5 ग्राम से भी अधिक सोडियम का सेवन करते थे, वे काफी हद तक कार्डियोवैस्कुलर डिजीज और स्ट्रोक से संबंधित थे।
अध्ययन में पता चला कि सिर्फ चीन ही एकमात्र देश है, जहां 80 % समुदायों में एक दिन में 5 ग्राम से भी अधिक सोडियम का सेवन किया जाता है। अन्य देशों के अधिकांश समुदायों में एक दिन में 3 से 5 ग्राम की औसत से सोडियम की खपत होती है।
डॉ. मेंट का कहना है कि सिर्फ वही समुदाय जहां प्रतिदिन 5 ग्राम से भी अधिक सोडियम का सेवन लोग करते हैं खासकर चीन में, वहां सोडियम इंटेक और कार्डियोवैस्कुलर से संबंधित रोगों जैसे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बहुत अधिक था। वहीं जिन समुदायों में लोगों ने एक दिन में 5 ग्राम से भी कम सोडियम का सेवन किया, इसके ठीक विपरीत स्थिति थी यानी इन बीमारियों के होने का खतरा वहां बहुत कम पाया गया। सोडियम का सेवन मायोकार्डियल इंफार्क्शन या दिल के दौरे और कुल मृत्यु दर से जुड़ी हुई होती है।
डॉ. मेंट का कहना है कि हमने इस अध्ययन में पाया कि उन समुदायों और देशों में जहां लोग पोटैशियम से भरपूर फलों, सब्जियों, डेयरी खाद्य पदार्थ, आलू, नट्स और बीन्स आदि का सेवन करते हैं, वहां प्रमुख कार्डियोवैस्कुलर समस्याओं से होने वाली मृत्यु की संभावना काफी कम थी।
चित्रस्रोत: Shutterstock.
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