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बादल के कड़कने से बच्चों को हो सकती है ये मानसिक बीमारी, जानें इसके लक्षण और उपचार

बादल के कड़कने से बच्चों को हो सकती है ये मानसिक बीमारी, जानें इसके लक्षण और उपचार
मानसून के मौसम में बच्चों को हो सकती है ये मानसिक बीमारी, रखें इन बातों का ध्यान

कुछ बच्चों को आकाशीय बिजली और बादल के अधिक कड़कने (World Mental Health Day) की वजह से  एस्ट्राफोबिया (Monsoon and Astrophobia) बीमारी का खतरा  होता है। यह एक बहुत ही अजीब समस्या है। आइए जानते हैं क्या है एस्ट्रोफोबिया (Astrophobia)-

Written by Kishori Mishra |Updated : October 7, 2020 9:38 PM IST

Astrophobia : बादल को गजरते देखकर अधिकतर लोगों को बहुत ही खुशी होती हैं, लेकिन कभी-कभी बादल गरजने से इंसान के मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। जी हां, आपको ये लाइन पढ़कर थोड़ा आश्चर्य हो रहा होगा, लेकिन यह सच है। दुनियाभर में 10 अक्टूबर को वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे (World Mental Health Day) मनाया जाता है। ऐसे में हम आपको इस मौके पर एक अजीबों-गरीब मानसिक समस्या के बारे में बताएं, जो बड़ों से अधिक बच्चों को होती है। कुछ बच्चों को आकाशीय बिजली और बादल के अधिक कड़कने की वजह से  एस्ट्राफोबिया (Monsoon and Astrophobia) बीमारी का खतरा  होता है। यह एक बहुत ही अजीब समस्या है। आइए जानते हैं क्या है एस्ट्रोफोबिया (Astrophobia)-

क्या है एस्ट्रोफोबिया? (What is Astrophobia)

एस्ट्रोफोबिया (Astrophobia) एक मानसिक बीमारी है, जिसमें बच्चों को बादल, आकाशीय बिजली की चमक, आंधी तूफान, सितारों और अन्य खगोलीय पिंडों से अत्यधिक डर लगता है। इसके कारण बच्चों के मानसिक स्वभाव में काफी परिवर्तन आता है। इसके कारण बच्चे काफी अजीब हरकतें करने लगते हैं।

क्या है इस समस्या के लक्षण (Symptoms of Astrophobia)

एस्ट्रोफोबिया से पीड़ित बच्चों में दो तरह के लक्षण दिखाई देते हैं। एक है शारीरिक और दूसरा संज्ञानात्मक।

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संज्ञानात्मक लक्षण

  • खगोलीय पिंडो और सितारों के बारे में विकृत विचार होना।
  • अचानक से बेकाबू प्रकृति के विचार जो रोगी के दिमाग को अशांत कर देते हैं।
  • सितारों और बादलों से जुड़े जुनूनी अटकलें।
  • भयावह कल्पना करना।
  • अपने आप पर नियंत्रण खोने का डर और स्थिति को अनुकूल तरीके से प्रबंधित करने में सक्षम नहीं है।

शारीरिक लक्षण

  • धड़कन तेज होना
  • घुट की सनसनी
  • हृदय गति में वृद्धि
  • श्वास का बढ़ना
  • पसीना अधिक आना
  • मांसपेशियों में तनाव
  • गैस्ट्रिक परिवर्तन
  • सिरदर्द
  • मतली/ उल्टी
  • चक्कर
  • बेहोशी और चेतना का नुकसान

मानसून में अगर बच्चों की इन समस्याओं का सही समय पर इलाज नहीं कराया गया, तो इससे बच्चों में डिप्रेशन की समस्या बढ़ जाती है। मानसून सीजन में अधिक समय तक मौसम खराब होने के कारण बच्चों की शारीरिक और मानसिक स्थिति काफी खराब हो जाती है।

एस्ट्रोफोबिया का उपचार

ऐस्ट्राफोबिया का इलाज मनोवैज्ञानिक कॉग्निटिव बिहेवियर थेरेपी के जरिए करते हैं। इस स्थिति में मनोवैज्ञानिक desensitization में मरीजों को काल्पनिक तरीके से फोबिया से संबंधित स्थितियों की एक श्रृंखला से अवगत कराते हैं। जो धीरे-धीरे रोगी के भय को कम करता है। इसके साथ ही चिंता के स्तर को कम करने के लिए विश्राम टेक्नीक लागू की जाती है।

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इसके अलावा व्यापक रूप से इलाज के लिए लाइव एक्सपोडजर किया जाता है, जिससे मरीज के सीधे और धीरे-धीरे डर की स्थिति में सामने आता है। हालांकि, इन तकनीकों को हमेशा एक मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर की देखरेख और मार्गदर्शन में किया जाना चाहिए।

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इसके अलावा इस बीमारी से पीड़ित बच्चों को कभी भी अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। इससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है।

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