चारों ओर फैला धुंआ हवा इतनी जहरीली की सांस लेना भी मुश्किल। कहीं ट्रक बस ऑटो जेनरेटर्स से निकलता धुंआ तो कहीं सड़कों पर फैली भवन निर्माण सामग्री के कारण उड़ती धूल तो कहीं धुंआ उगलती फैक्ट्रियों की चिमनियां। इन सब के बीच सांस लेना मजबूरी है इसलिए लोग घर से निकलते ही मुंह पर कपड़ा ढक लेते हैं। मगर यह कपड़ा भी चारों ओर फैले वायु प्रदूषण को हमारे शरीर में समाने से रोकने में नाकाम है। नतीजा प्रदूषित वायु में मौजूद विषैले तत्व सांस के जरिए हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। इससे कई तरह की