जैसा कि हम सभी जानते हैं कि अस्थमा रोगियों के लिए इनहेलर का विकल्प उनके जीवन के लिए कितना जरूरी है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंहेलर के गलत प्रयोग से कैंसर हो सकता है। अक्सर ऐसा देखा जाता है कि अस्थमा से पीड़ित अधिकांश व्यक्ति को इंहेलर प्रयोग करने से फायदा नहीं मिल पाता है क्योंकि इसके पीछे की बड़ी वजह ये है कि उन्हें इंहेलर का सही इस्तेमाल नहीं पता होता है और वह इसका गलत तरीके से प्रयोग करते हैं। आपको शायद इस बात की जानकारी न हो कि इंहेलर का सही ढ़ंग से प्रयोग ना करने से आपकी दवा के कण सांस की नली में नहीं पहुंच पाते और आपके द्वारा ली जाने वाली दवा गले में ही रह जाती है और मरीज को आराम नहीं मिल पाता है।
डॉ. नवनीत सूद, सीनियर कंसलटेंट पल्मोनोलॉजी, धर्मशिला नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बताते है कि एक अध्ययन के मुताबिक, इंहेलर का गलत इस्तेमाल करने से न केवल गले में दवा के कण इकट्ठे होने लगते हैं बल्कि ये कण गले के कैंसरहोने का खतरा भी बढ़ा देते हैं। इसलिए आपको हमेशा इंहेलर का सही इस्तेमाल करना चाहिए और इसके लिए सही तरीका है कि हमेशा डॉक्टर से चेक कराते रहें, जिससे अस्थमा को कंट्रोल करने में आपको मदद मिल सकें। आइए जानते हैं कैसे करें इंहेलर का सही इस्तेमाल।
हम सभी जानते हैं कि अस्थमा को कंट्रोल करने में इंहेलर कितनी जरूरी और कितना मददगार साबित हो सकता है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि इंहेलर का सही ढंग से इस्तेमाल किया जाए ताकि आपको 100 फीसदी लाभ हो। इस बात का गांठ बांध लीजिए कि अगर आप अस्थमा के शिकार हैं तो इंहेलर का प्रयोग करते समय तुरन्त कभी भी मुंह न खोलें ताकि आपके द्वारा ली जाने वाली दवा के कण सीधे फेफड़ों में पहुंच सकें।
1-अस्थमा के मरीजों को अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
2-दूध या दूध से बने किसी भी पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए।
3-अस्थमा के मरीजों को मौसम बदलने के साथ ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
4-अगर आप डायबिटीज से पीड़ित है और आपको अस्थमा की परेशानी है तो आपको अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
5-अस्थमा के मरीजों को अपनी दवा का इस्तेमाल समय पर करना चाहिए, कभी दवा छोड़ना नहीं चाहिए।
6-घर की सफाई के दौरान घर से बाहर ही रहें।
7-केमिकल युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन नही करना चाहिए।
8-धूल-धुंआ और धूम्रपान से बचकर रहना चाहिए।
9-योग और मेडिटेशन की मदद से भी अस्थमा से बचा जा सकता है।
10-लेकिन कोई भी योग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें, क्योंकि ज्यादा योग भी अस्थमा का कारण बन सकता है।
11-सर्दी-जुकाम और गले में खराश की समस्या होने पर तुरन्त डॉक्टर से उपचार कराएं।
12-पालतू जानवरों जैसे कुत्ता, बिल्ली के संपर्क से दूर रहें।
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