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शारीरिक रूप से एक्टिव महिलाओं में कम होता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा, जानिए क्या है वैज्ञानिकों की राय

शारीरिक रूप से एक्टिव महिलाओं में कम होता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा, जानिए क्या है वैज्ञानिकों की राय

जीवनशैली में आए बदलावों ने लोगों में बीमारियों का खतरा बढ़ा दिया है, खासकर जो लोग शारीरिक रूप से एक्टिव नहीं रहते हैं उनमें कैंसर जैसी बीमारियों के भी खतरे बहुत ज्यादा है। 

Written by Atul Modi |Updated : September 9, 2022 7:01 AM IST

ब्रिटिश जर्नल ऑफ़ स्पोर्ट्स मेडिसिन (British Journal of Sports Medicine) की एक स्टडी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। रिसर्च में कहा गया है कि ज्यादा देर तक बैठने से ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) का खतरा दोगुना हो जाता है। रिसर्च करने वाली इनके मुताबिक, जो महिलाएं शारीरिक क्रियाकलापों में व्यस्त रहती हैं उनमें स्तन कैंसर होने की संभावना 41% तक कम होती है, वही लंबे समय तक लगातार बैठे रहने और शारीरिक रूप से एक्टिव ना रहने से स्तन कैंसर सहित तमाम तरह की समस्याएं हो सकती हैं।

वैज्ञानिक शोध में क्या कहा गया है?

दरअसल जो लोग बैठकर काम करते हैं उनमें ओबेसिटी, डायबिटीज, दिल की बीमारियां और कैंसर समेत विभिन्न प्रकार की बीमारियां होने की संभावना रहती हैं जो मौत का खतरा बढ़ाती हैं।

ब्रिटिश जर्नल ऑफ़ स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, 130,957 यूरोपीय लोगों पर किए गए अध्ययन में चौंका देने वाले आंकड़े सामने आए। जो महिलाएं ज्यादा एक्सरसाइज करती हैं या खड़े होकर काम करती हैं उनमें कैंसर का खतरा कम होता है। वही इसके विपरीत यह भी पाया गया कि जो महिलाएं ज्यादा देर तक लगातार बैठे रहते हैं या बैठकर काम करती हैं उनमें कैंसर खासकर ब्रेस्ट कैंसर के होने की संभावना ज्यादा रहती है।

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एक आंकड़े के मुताबिक, ब्रिटेन में प्रतिवर्ष 55,900 नए ब्रेस्ट कैंसर के मामले सामने आते हैं। ब्रिटेन में ब्रेस्ट कैंसर चौथा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है, जबकि अमेरिका में हर साल लगभग 264,000 ब्रेस्ट कैंसर के मामले सामने आते हैं वहीं भारत की बात करें तो पिछले 20 सालों में ब्रेस्ट कैंसर के मामलों में बढ़ोतरी हुई है।

ब्रेस्ट कैंसर से बचाव कैसे करें

वजन को नियंत्रित रखना, शराब का सेवन सीमित मात्रा में करना और अधिक से अधिक सक्रिय रहना, यह सभी प्रकार के कैंसर के खतरे को कम करते हैं।