छोटी आंत में हुए घाव भी हैं लगातार पेट में दर्द की वजह! जानें कारण, लक्षण और उपचार
छोटी आंत में हुए घाव भी हैं लगातार पेट में दर्द की वजह! जानें कारण, लक्षण और उपचार
पेट में होने वाले छाले एच पाइलोरी (Helicobacter pylori) नाम के बैक्टीरिया के कारण होते हैं। ये बैक्टीरिया पेट में सूजन की स्थिति पैदा कर देते हैं, जिससे घाव या छाले हो जाते हैं।
Written by Jitendra Gupta|Updated : August 25, 2022 5:43 PM IST
जिस तरह आपके मुंह में छाले होते हैं, ठीक उसी तरह पेट के अंदर भी छाले या घाव या अल्सर होता है। इस समस्या को पेप्टिक अल्सर (Peptic Ulcer) कहते हैं। पेप्टिक अल्सर होने पर आपको पेट में दर्द, जलन की समस्या महसूस होगी। कई बार अनहेल्दी खाने, खराब जीवनशैली, ऑयली और मसालेदार खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन से पेट से संबंधी यह समस्या हो जाती है। पेट में जब छाला या घाव होता है तो पेट में दर्द बहुत तेज होता है।
पेट में होने वाले ये छाले एच पाइलोरी (Helicobacter Pylori) नाम के बैक्टीरिया के कारण होते हैं। ये बैक्टीरिया पेट में सूजन की स्थिति पैदा कर देता है, जिससे घाव या छाले हो जाते हैं। इसे नजरअंदाज करने से आपको आंतरिक रक्तस्राव और संक्रमण की समस्या भी हो सकती है। जानें, क्या हैं पेप्टिक अल्सर के लक्षण, कारण और उपचार?
क्या है पेप्टिक अल्सर (What is Peptic Ulcer)
पेप्टिक अल्सर पेट के अंदर होने वाला एक घाव होता है, जो पेट के अस्तर या अंदरूनी परत, ग्रासनली के निचले भाग, छोटी आंत में विकसित होता है। यह समस्या तब होती है, जब पेट के अम्ल पाचन तंत्र की सुरक्षात्मक परत श्लेष्म (Mucus) को नष्ट कर देता है। हालांकि, एक्सपर्ट के अनुसार, तैलीय या मसालेदार भोजन और तनाव से पेप्टिक अल्सर नहीं होता। हां, ये चीजें इसके लक्षणों को गंभीर कर सकते हैं।
एच पाइलोरी बैक्टीरिया के कारण आंत में छाले होते हैं। यह बैक्टीरिया छोटी आंत के ऊतकों को संरक्षित करने वाली म्यूकस झिल्ली में रहता है। आमतौर पर इस बैक्टीरिया से पेट की सेहतको नुकसान नहीं होता है, पर अल्सर या घाव होने के कारण पेट की भीतरी परत में सूजन की स्थिति पैदा कर देता है।
पेट के कुछ अम्ल पाचन तंत्र की सुरक्षात्मक परत श्लेष्म को नष्ट कर पेट में छाले की समस्या का कारण बन सकते हैं।
कुछ लोग लगातार एस्पिरिन, एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स का सेवन करते हैं, इससे भी पेप्टिक अल्सर होता है।
अधिक सिगरेट और शराब पीने के कारण भी पेट में छाले हो सकते हैं।
रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy) और आमाशय का कैंसर (Stomach Cancer) भी पेप्टिक अल्सर का कारण बनता है।
निदान और इलाज (Peptic Ulcer Disease Treatment)
यदि आपको ऊपर बताए गए कोई भी लक्षण नजर आएं, तो डॉक्टर से एक बार दिखा लें। लक्षणों को देखकर डॉक्टर पेप्टिक अल्सर की समस्या का निदान करते हैं। इसके लिए शारीरिक परीक्षण के साथ एंडोस्कोपी की जाती है।
पेप्टिक अल्सर का घरेलू उपचार (Home Remedies For Peptic Ulcer)
गाय के घी में पेप्टिक अल्सर के लिए रामबाण इलाज है। एक चम्मच घी में हल्दी मिलाकर सेवन करने से पेप्टिक अल्सर या पेट का अल्सर और मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं।
ठंडा दूध पीना भी पेप्टिक अल्सर में फायदेमंद होता है। आयुर्वेद के अनुसार, ठंडे दूध में बराबर मात्रा में पानी मिलाकर पीने से पेट के अल्सर की परेशानी कुछ दिनों में ठीक हो जाती है।
मसालेदार और अधिक तैलीय भोजन करने की बजाय उबला हुआ खाना खाएं। इससे पाचन तंत्र बेहतर होता है। कुछ ही दिनों में पेट के अल्सर से छुटकारा मिल जाएगा।
पेट से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए हींग को बहुत फायदेमंद बताया गया है। पाचन तंत्र बेहतर करने के साथ पेट के अल्सर को ठीक करने के लिए खाने में हींग का इस्तेमाल करें। आप चुटकी भर हींग पाउडर को एक गिलास पानी में डालकर भी पी सकते हैं। पेट दर्द में आराम मिलेगा।