मिर्गी की पुष्टि करना बेहद जरूरी है क्योंकि यह न केवल अनावश्यक उपचार और हस्तक्षेप को रोकता है बल्कि रोगी और परिवार की चिंता को भी कम करता है। मानसिक मंदता व्यवहार और सीखने की समस्याओं वाले बच्चों में मिर्गी की बीमारी आम है। वेस्ट सिंड्रोम और एलर्जी सिंड्रोम जैसी कुछ मिर्गी रोगी भी विकलांग की श्रेणी से जुड़ी हो सकती है। मिर्गी का सही निदान और इसके उपचार के साथ-साथ उचित दवा का उपयोग इसके उपचार में सबसे महत्वपूर्ण है। आमतौर पर मिर्गी का उपचार माता-पिता या दोस्तों आदि द्वारा दिए गए विवरणों पर ही आधारित होता है।