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Milk Causes Breast Cancer: दूध की पौष्टिकता (Milk Nutrition) के कारण इसे एक सम्पूर्ण भोजन के तौर पर मान्यता मिली है। घर के बड़े-बज़ुर्गों से लेकर डॉक्टर भी रोज़ 2 गिलास दूध पीने की सलाह देते हैं। लेकिन, महिलाओं के लिए जहां कैल्शियम (Food Source of Calcium) पाने का अच्छा स्रोत है दूध वहीं अब इसे पीना महिलाओं के लिए असुरक्षित भी साबित हो सकता है। (Milk Causes Breast Cancer in hindi)
दरअसल, हाल ही में एक स्टडी में दावा किया गया कि दूध पीने से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 80 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। हालांकि, ब्रेस्ट कैंसर के खतरे की संभावना इस बात पर निर्भर करती है कि कोई महिला दिन भर में कितना दूध पीती है। जैसे, इस स्टडी के अनुसार दिन भर में एक कप तक दूध पीने वाली महिलाओं को केवल 30 फीसदी ख़तरा है। जबकि, दूध से बने खाद्य पदार्थों यानि डेयरी प्रॉडक्ट्स जैसे दही,चीज़, पनीर और सोया मिल्क के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा नहीं पाया गया। इस स्टडी को इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एपिडेमिलॉजी (International Journal of Epidemiology) में प्रकाशित किया गया।
इस स्टडी में शामिल रिसर्च टीम और एक्सपर्ट के अनुसार डेयरी यानि तबेले से आने वाले दूध में सेक्स हार्मोन्स की मात्रा ही दूध को ब्रेस्ट कैंसर के लिहाज से अनुकूल बनाती है। जैसा कि ब्रेस्ट कैंसर एक हार्मोन्स रिस्पॉन्सिव कैंसर (hormone-responsive cancer) है। इसीलिए, पशुओं के दूध में अगर सेक्स हार्मोन्स के अंश मौजूद रहते हैं तो, उनके दूध का सेवन करने वाली महिलाओं के लिए ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
इसी तरह कुछ और स्टडीज़ में भी इस बात की ओर इशारा किया गया कि डेयरी प्रॉडक्ट्स और एनिमल प्रोटीन वाले भोजन से शरीर में इंसुलिन की तरह के एक हार्मोन का निर्माण होता है। जो, कुछ विशेष प्रकार के कैंसर को बढ़ाने का काम कर सकता है।
ब्रेस्ट कैंसर के लिए दूध के सेवन को एक रिस्क फैक्टर बताने वाली एक और ऐसी ही स्टडी साल 2003 में प्रकाशित हुई। जिसमें, बताया गया कि होल मिल्क (whole milk) और मक्खन (butter) जैसा हाई-फैट डेयरी प्रॉडक्ट्स का सेवन करने वाली महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा अधिक होता है।
हालांकि, डायट मिस्टेक्स के अलावा कुछ अनुवांशिक कारणों या लाइफस्टाइल से जुड़ी परेशानियां भी ब्रेस्ट कैंसर की संभावना बढ़ाती हैं। लेकिन, अगर आप अपनी जीवनशैली में कुछ हेल्दी बदलाव करें तो ब्रेस्ट कैंसर का ख़तरा कुछ हद तक कम हो सकता है।
अधिक वज़न वाली महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर का ख़तरा अधिक होता है। खासकर, मेनोपॉज़ के बाद, अधिक वज़न वाली महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर का डर बहुत ज़्यादा बढ़ जाता है। इसीलिए, हेल्दी वेट मेंटेन करें।
न्यू मदर्स के लिए ब्रेस्ट कैंसर से बचने का सबसे अच्छा तरीका है यह। अपने बच्चे को ब्रेस्ट फीड करें। इससे, आपके बच्चे का सही विकास होगा और ब्रेस्ट कैंसर से बचने में आपकी मदद भी होगी। इसीलिए, जितना हो सके अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडि कराती रहें।