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यूं तो हर साल अक्टूबर नंवबर के आसपास दिल्ली में प्रदूषण का स्तर अपने चरम पर रहता है। लेकिन इस साल कोरोना वायरस के दौरान काफी समय तक लॉकडाउन रहा जिससे लोग सड़कों पर गाड़ियों ने कम रफ्तार भरी और अपने घरों में ही रहे। इसके बावजूद दिल्ली की हवा बेहद गहरीली है। इस साल भी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर काफी खतरनाक बना हुआ है। जिसका नतीजा यह है कि लोगों में सांस संबंधी समस्याएं, फेफड़ें संबंधी रोग और त्वचा संबंधी बीमारियां काफी बढ़ गई है। जो लोग कोरोना संक्रमित हैं उनके लिए प्रदूषण और भी खतरनाक बना हुआ है। कार्डियोवास्कुलर रिसर्च जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, दुनिया भर में कोविड-19 की 15 प्रतिशत मौतों के पीछे वायु प्रदूषण जिम्मेदार है।
जर्मनी में मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट के अध्ययन लेखक जोस लेलिवल्ड कहते हैं कि ब्रिटेन में, 44,000 से अधिक मौतें कोरोनोवायरस के काराण हुई हैं और हमारा अनुमान है कि जिसमें करीब 14 प्रतिशत वायु प्रदूषण जिम्मेदार है। यानि कि वायु प्रदूषण के कारण 6,100 से अधिक लोगों की मृत्यु को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। आपको बता दें कि प्रदूषण हमारे फेफड़ों को बुरी तरह से प्रभावित करता है। इसलिए आज इस लेख में हम आपको फेफड़े और बॉडी को डिटॉक्स करने के तरीके बता रहे हैं।
1. विटामिन सी हमारे लंग्स के लिए सबसे ज़्यदा गुणकारी और फायदेमंद होता है। खट्टे फल जैसे- संतरा, नींबू, टमाटर, कीवी, स्ट्रॉबेरी, अंगूर, अनानास, आम आदि में भरपूर मात्रा में विटामिन सी होता है। शरीर के विषैले पदार्थो को ख़त्म करने में विटामिन सी सबसे लाभदायक है।
2. फेफड़ों को मजबूत करने के लिए आप डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज भी कर सकते हैं। इससे फेफड़े की कार्य करने की क्षमता बढ़ती है। गहरी सांस अंदर भरें। कुछ देर उसी अवस्था में रुके रहने के बाद सांस को बाहर की तरफ छोड़ दें। अनुलोम-विलोम करने से भी फेफड़े मजबूत बनते हैं। इसके अभ्यास से फेफड़े में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचता है।
3. फेफड़ों को हेल्दी रखने के लिए मेथी का सेवन भी फायदेमंद हो सकता है। हेल्दी लंग्स के लिए मेथी की चाय पी सकते हैं। मेथी की चाय पीने से कफ कम होता है। फेफड़े खाली हो जाने से लंग्स में इंफेक्शन का खतरा भी कम होता है। गौरतलब है कि अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और कोरोना वायरस जैसी बीमारियों में फेफड़ों में इंफेक्शन हो जाता है। जिससे, कफ बहुत अधिक मात्रा में बनने लगती है और छाती में जमा होने लगती है। मेथी का काढ़ा या मेथी की चाय पीने से यह जमा कफ नर्म होकर शरीर से बाहर निकल जाती है।
4. लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट होता है जो एक प्रकार से हमारे लंग्स की सफाई करने में मदद करता है। साथ ही लहसुन का प्रयोग कफ की तकलीफों को भी दूर करने में मदद करता है।
5. आप स्मोकिंग नहीं करते हैं लेकिन आपके दोस्त आपके साथ स्मोकिंग करते हैं। इस स्मोकिंग को पैसिव स्मोकिंग कहते हैं जो कि फेफड़ों के लिए उतनी ही हानिकारक होती है। ऐसे में धूम्रपान से और धूम्रपान करने वालों से भी दूर रहें।