कान में दर्द होना बच्चों में आम बात है। कई बार इंफेक्शन होने की वजह से भी कान में दर्द होता है। बरसात के मौसम में यह समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है। पर इसके लिए जरूरी नहीं है कि हर बार दवा ही ली जाए। आप कुछ घरेलूू उपाय अपना कर भी दर्द से निजात पा सकते हैं। आइए जानते हैं क्या हैं वे घरेलू उपाय।
बच्चे अकसर अपनी सफाई पर पूरी तरह ध्यान नहीं दे पाते। नहाते समय वे कान साफ करना भूल जाते हैं। जिसकी वजह से मैल इकट्ठा होने लगता है। जब यह मैल कठोर होकर जमने लगता है तब भी कान में दर्द होता है। इसके अलावा बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन की वजह से भी कान में दर्द होता है। यह काफी तकलीफदेय होता है। बरसात के मौसम में यह समस्या बड़ों को भी हो सकती है।
2 बड़ी लहसुन की कलियों को 2 चम्माच तिल के तेल में तब तक गरम करें जब तक कि वह काला ना हो जाए। फिर इसे तेल की 2-3 बूंदे कानों में टपका लें।
3-4 लहसुन की कलियों को थोड़े से पानी में 5-7 मिनट तक के लिये उबालें। फिर उसमें पीस कर थोड़ा सा नमक मिलाएं। मिश्रण को एक साफ सूती कपड़े में बांध कर संक्रमित कान पर रखें।
अदरक भी कान के इंफेक्शन में राहत पहुंचाता है। अदरक के रस में नींबू का रस मिलाएं और इसकी 4 बूंदें कान में डालें। आधे घंटे के बाद कान को रूई से साफ कर दें।
[caption id="attachment_675090" align="alignnone" width="655"]ये नुस्खा कान के संक्रमण के लिए बहुत पहले से अपनाया जाता रहा है। इसके लिए, सरसों के तेल को हल्का गरम कर के कान में 3 बूंद टपकाएं। आराम मिलेगा।
दो बूंद टी ट्री ऑइल को दो चम्मच जैतून तेल और हल्के गरम पानी के साथ मिक्स कर के कानों में डालें। कुछ मिनट के बाद कान को साफ कर लें। मैल जमने से होने वाला दर्द इससे तुरंत ठीक हो जाता है।
यह भी पढ़ें – समुद्र में तैरने से बढ़ जाता है संक्रमण का खतरा
तुलसी की पत्ती से रस निकाल कर कान में 4-5 बूंद टपका लीजिये। आप चाहें तो तुलसी की पत्तियों को नारियल तेल में उबाल कर भी कान में डाल सकते हैं। इसे दिन में दो बार डालें।
यह भी पढ़ें - Monsoon diseases : बरसात में होने वाली इन बीमारियों से रहे सावधान !
यदि कान में इंनफेक्शन हो जाए और दर्द करने लगे तब भी जैतून के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। जैतून का तेल हल्का सा गरम कर के कानों में डालने से राहत मिलती है।
Follow us on